ऋषिकेश की चीला रेंज में में हुए हादसे के बाद से लापता वन्य जीव प्रतिपालक अलोकी का शव बरामद हो गया है। Dead body recovered from Chilla canal शव को चौथे दिन बरामद किया गया। हादसे की बाद से ही गोताखोर उनकी तलाश में जुटे हुए थे। SDRF द्वारा बरामद शव को अग्रिम कार्रवाई के लिए जिला पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है। SDRF द्वारा सोमवार से ही लापता अधिकारी की तलाश में लगातार युद्ध स्तर पर सर्च आपरेशन चलाया जा रहा था। जहां एक ओर SDRF द्वारा अत्याधुनिक खोजी उपकरण जैसे सोनार एवम अंडरवाटर ड्रोन के माध्यम से गहन सर्चिंग की जा रही थी, वहीं दूसरी ओर SDRF के डीप डाइवर्स द्वारा स्कूबा डाइविंग करते हुए नहर के तल तक गहराइयों में खोजबीन जारी रखी गयी थी।
बता दे, सोमवार को चीला बैराज मार्ग पर चीला जल विद्युत गृह के समीप राजाजी टाइगर रिजर्व का इंटरसेप्टर वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। जिसमें चीला की रेंज अधिकारी शैलेश घिल्डियाल तथा उप रेंज अधिकारी प्रमोद ध्यानी सहित चार लोगों की मौत हो गई थी। इस दुर्घटना में पांच लोग घायल हुए थे, जबकि राजाजी टाइगर रिजर्व की वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी इस हादसे में चीला शक्ति नहर में गिर गई थी, जिसके बाद वह लापता हो गई थी। उनकी तलाश में एसडीआरएफ की टीम गोताखोरों की मदद से तलाश में जुड़े हुए थे। गुरुवार की सुबह करीब 7:30 बजे एसडीआरएफ के गोताखोरों को वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी का शव चीला जल विद्युत गृह के जलाशय के जाल में फंसा हुआ मिला। शव को बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए एम्स भेजा जा रहा है।