जी हां दोस्तो वैसे तो अपनी देवभूमि में किसी भी जिहाद के लिए कोई जगह है नहीं, लेकिन बीते कुछ वक्त में प्रदेश ने न जाने कौन-कौन से जिहाद देखे और उनके बारे में सुना यहां तक की सरकार ने कई कार्रवाई के जरिए। मुख्यमंत्री ने भी जिहाद शब्द का खूब इस्तेमाल किया। लेकिन अब बड़ी खबर उत्तराखंड की है कि अब लैंड जिहाद की बारी है बल, कैसे लैंड जिहाद प्रदेश में बदल रहा डेमोग्राफी। दोस्तो बीते कुछ वक्त में आपने देखा होगा कि अपनी देवभूमि में कुछ जगह पर हरी चादर बिछा कर कब्जा किया, फिर वहीं पर एक छोटा सा ढाचा फिर कई स्कवायर फिट जमीन पर कब्जा कर लिया गया। ये खूब हो रहा था। वहीं दोस्तो दूसरी तरफ ऐसी तस्वीर भी सामने आई कि कई ऐसे अतिक्रमण कर बनाए गए मस्जिद नुमा ढाचों को सरकारी जेसीबी ने गिरा दिया। ऐसी कई तस्वीरे बीते कुछ लक्त में खूब देखी गई। मै बताने के लिए आया आज कि कैसे मुख्यमंत्री धामी और सरकार ऐसे साजिश करताओँ के खिलाफ एक्टिव नजर आ रही है। दोस्तो कुमाऊं के दौरे पर हल्द्वानी और काठगोदाम आए उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी देवभूमि की डेमोग्राफी चेंज पर काफी आक्रामक नजर आए। उन्होंने कहा कि राज्य में नीली-पीली-हरी चादर बिछाकर पहले सरकारी जमीन कब्जाई जाती है। उसके बाद उन स्थानों पर निर्माण हो जाता है। हमने ऐसे 550 धार्मिक स्थलों की पहचान कर उन पर से अवैध कब्जा हटाया है।
इतना ही नहीं धामी कहते दिखाई दिए कि देवभूमि उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत पर आंच नहीं आने दी जाएगी। हम यहां के मूल निवासियों के मन में असुरक्षा का भाव नहीं पनपने देंगे। सीएम ने कहा कि हमने 550 अवैध धार्मिक स्थलों पर से कब्जा हटाया है। इन जमीनों को सरकार ने अपने कब्जे में लिया है। हमारी सरकार का ये कब्जा मुक्त अभियान चलता रहेगा। हम एक-एक कागज की जांच करा रहे हैं। वैसे दोस्तो बीते कुछ महिनों में देखने को मिला कि प्रदेश में डेमोग्राफी चेंज बड़ी चुनौती के तौर सामने आया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के अंदर अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। आज हमारे पहाड़ों में ऐसे-ऐसे स्थानों पर जहां डेमोग्राफी चेंज करने वालों का कोई अस्तित्व नहीं था, वहां भी जेहाद पसंद लोग आकर बस गए हैं। ऐसे लोग यहां का मूल निवासी होने का दावा किया जा रहा है। ऐसे लोगों द्वारा देवभूमि की डेमोग्राफी खराब की जा रही है। इस पर के सुनियोजित खिलवाड़ किए जा रहे हैं। हमारी संस्कृति से खिलवाड़ अब बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमने लैंड जिहाद वाले घुसपैठियों से 10 हजार एकड़ से ज्यादा सरकारी भूमि मुक्त कराई है।
वैसे दोस्तो पिछे आपने देखा होगा जब पेपर लीक पर धामी ने नकल जिहाद का जिक्र किया था खूब सवाल जवाब हुए थे, लेकिन अब धामी ने कहा कि हम हमारी बहन-बेटियों के साथ भी खिलवाड़ नहीं होने देंगे। हमने लव जिहाद और थूक जिहाद को रोकने का काम भी कर रहे हैं। हम ऐसी विकृत मानसिक गतिविधियों को देवभूमि में नहीं चलने देंगे। दोस्तो हल्दवानी में थे तो डेमोग्राफी चेंज की बात हो और बनभूलपुरा का जिक्र ना हो ऐसा हो नहीं सकता। सीएम धामी ने कहा कि इसी हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में दंगाइयों ने कानून हाथ में लिया था। मुझे याद है जब हमारे पुलिस-प्रशासन पर हमला हुआ। हमारी पुलिस की कुछ बहनों और जवानों के साथ पत्रकार मित्रों को देखा। दंगाइयों के हमले में उनके घायल होने से कलेजा थरथरा गया। तब हमने तय किया कि इस दंगे की राजनीति करने वालों को सबक सिखाएंगे। दंगा करने वालों के खिलाफ ये कानून बनाया कि अगर सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान होगा तो उसी दंगाई से वसूली होगी तो उत्तराखंड में ‘हरी चादर’ से कब्जे और डेमोग्राफी बदलने के आरोपों पर सीएम धामी की कड़ी चेतावनी ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। लव और नकल के विवादों के बाद अब लैंड जिहाद की चर्चा भी जोर पकड़ रही है। आरोपों और कार्रवाई के बीच, सबसे बड़ा सवाल यही—क्या आगे हालात साफ़ होंगे या विवाद और गहराएगा? फिलहाल के लिए बस इतना ही, खबरों का सिलसिला यहीं रोकते है लेकिन नज़र बनी रहेगी हर अपडेट पर