उत्तराखंड प्रदेश में हर साल करोड़ो की संख्या में अन्य राज्यों से पर्यटक राज्य का रुख करते है। वहीँ 12 महीने आने वाली फ्लोटिंग पापुलेशन से प्रदेश की विकास कार्यों पर भी असर पड़ता है। Floating population in Uttarakhand ऐसे में अब सरकार ने केंद्र से मांग की है कि उनको राज्य कि जनसंख्या के हिसाब से नहीं बल्कि राज्य पर पड़ने वाले जनसंख्या के भार को देखते हुए वित्तीय मदद की जाये। इस प्रदेश में बद्रीनाथ, केदारनाथ गंगोत्री, यमुनोत्री जैसे चार धाम है वही कैंची धाम समेत कई और भी धार्मिक स्थल है। साथ ही ऋषिकेश और हरिद्वार का भी पूरे देश में एक अलग धार्मिक महत्व है।
वही नैनीताल मसूरी जैसे कई पर्यटन स्थल है जिसके कारण उत्तराखंड में पूरे देश से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या करोड़ों में होती है। इसी को देखते हुए राज्य सरकार ने केंद्र से अनुरोध किया है की उत्तराखंड को उसकी जनसंख्या के हिसाब से केंद्र से सहायता ना दी जाए बल्कि इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि उत्तराखंड में कई करोड़ लोग बाहर से आते हैं। जिनका भार भी राज्य पर पड़ता है । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह ने कहा कि उन्होंने उत्तराखंड आए 16 वे फाइनेंस कमीशन के सामने यह बात रखी थी। साथ ही नीति आयोग के सामने भी इस बात को प्रमुखता से उठाया है। जिसका सकारात्मक जवाब मिला है और भारत सरकार के लोग भी इस बात को समझने लगे हैं।