उत्तरकाशी में आज प्रातः काल धराली में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों की मुख्यमंत्री धामी ने समीक्षा की। हेली सेवा, MI 17 और चिनूक हेलीकॉप्टरों की मदद से सुबह से ही युद्ध स्तर पर रेस्क्यू अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित वापस लाया जा रहा है। Dharali Uttarkashi cloud burst प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार से पूर्ण सहयोग प्राप्त हो रहा है। इस दौरान अधिकारियों से सड़क, संचार और बिजली की बहाली के साथ-साथ खाद्यान्न आपूर्ति पर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। हम शीघ्र से शीघ्र सभी प्रभावितों को सुरक्षित निकालने और सामान्य जनजीवन को बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा धराली रेस्क्यू ऑपरेशन पर उच्च स्तरीय बैठक की जा रही है। बैठक में आर्मी, एयरफोर्स, आईटीबीपी, बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन, मौसम विज्ञान विभाग, एनडीआरएफ के अधिकारी दिल्ली से ऑनलाइन जुड़े हैं। रेस्क्यू अभियान की समीक्षा की जा रही है।
मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने मातली को रेस्क्यू अभियान के लिए स्ट्रेटिजिक एरिया बनाने को कहा है। इसके अलावा राहत और बचाव कार्यों को गति देने के लिए चिनूक तथा एमआई-17 को चिन्यालीसौंड़ में ही तैनात किया जाएगा, ताकि देहरादून से लग रहे अतिरिक्त समय को कम किया जा सके। आपदा के तीसरे दिन मौसम खुलते ही बचाव व राहत कार्यों ने रफ्तार पकड़ ली। चिनकू, एमआई-17 समेत आठ निजी हेलिकॉप्टर बचाव अभियान में जुट गए। वायु सेना के चिनूक हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए भारी मशीनरी को हर्षिल पहुंचाया गया। जबकि हेलिकॉप्टर से हर्षिल, नेलांग, मताली से फंसे 657 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।