UKSSSC पेपर लीक प्रकरण को लेकर कांग्रेस ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास कूच किया। लेकिन पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हाथीबड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। Congress Protests In Dehradun इस दौरान बैरिकेडिंग पार करने की कोशिश कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का मुक्की हुई। कांग्रेसी सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और जमकर प्रदर्शन किया। हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और प्रीतम सिंह समेत कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर वाहनों से पुलिस लाइन भेज दिया। हरीश रावत का कहना है कि बेरोजगारों का धरना भले ही स्थगित हो गया हो, लेकिन जनता के बीच अब भी पेपर लीक मामले को लेकर व्याप्त आक्रोश है। लोगों में इस बात का गुस्सा है कि परीक्षाओं को जानबूझकर टाला जा रहा है। जिस परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक नहीं हुआ, उस परीक्षा को भी कानून व्यवस्था का बहाना बनाकर उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने टाल दिया।
प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने धामी सरकार पर राज्य के नौजवानों व बेरोजगारों को धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश का नौजवान पिछले आठ साल से रोजगार की तलाश में दर-दर भटक रहा है। प्रदेश में सारी भर्तियां बंद हैं और जो कुछ थोड़ी बहुत भर्तियां निकलती हैं उनकी परीक्षा के पेपर खुले आम नीलाम हो जाते हैं। नीलाम करने वाले कहीं न कहीं भाजपा से जुड़े लोग होते हैं। चाहे वो हाकम सिंह हो या संजय धारीवाल या धर्मेंद्र सिंह चौहान। माहरा ने कहा कि 21 सितंबर को पेपर लीक के बाद से कांग्रेस लगातार आंदोलन कर रही है और हमारी साफ साफ मांग है कि इसकी जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से करवाई जाए क्योंकि केवल सीबीआई जांच काफी नहीं। उन्होंने कहा कि जिस अध्यक्ष के रहते पेपर लीक हुआ और जो तीन दिनों तक पेपर लीक स्वीकार नहीं कर रहे थे वो आज भी अपने पद पर बने हुए हैं। ऐसे में उनके रहते निष्पक्ष जांच कैसे हो सकती है? माहरा ने मांग की कि आयोग के अध्यक्ष गणेश मर्तोलिया को तत्काल बर्खास्त किया जाए।