उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए दो चरणों में चुनाव कराए जाने हैं। 24 जुलाई और 28 जुलाई को मतदान होगा और 31 जुलाई को मतगणना के लिए दिन तय किया गया है। Congress questions the role of the government in Panchayat elections नामांकन प्रक्रिया के बाद अब उम्मीदवारों को लेकर तमाम तरह की आपत्तियां दर्ज कराई गई हैं। नगर निकाय क्षेत्र में वोटर लिस्ट में नाम के बावजूद कई लोगों के नाम ग्रामीण क्षेत्रों में भी दर्ज किए गए हैं। कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग उम्मीदवारों को लेकर कई तरह की बातें कह रहा है। सोशल मीडिया में एक पत्र भी वायरल हुआ है जिसमें निर्वाचन आयोग ने उम्मीदवारों पात्रता को लेकर पत्र जारी किया है। हालांकि बाद में निर्वाचन आयोग ने इस वायरल पत्र को फर्जी करार दिया है। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के विधायक प्रमोद नैनवाल और उनके भाई का नाम नैनीताल और अल्मोड़ा दोनो जगहों में दर्ज है। साथ ही सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि निर्वाचन आयोग से अपील है कि वह पंचायत चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शिता से कराए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो हम आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे।