देहरादून: विधानसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस के नेता एका एक पार्टी का दामन छोड़ते जा रहे है। वही खबर आरही है, पार्टी के वरिष्ठ नेता की जिन्होंने पार्टी का साथ छोड़ दिया है। 2022 धनोल्टी से कांग्रेस के टिकट पर लड़ने वाले जोत सिंह बिष्ट ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। पार्टी की वरिष्ठ नेताओं का साथ छोड़ना साफ जाहिर करता है की कांग्रेस पार्टी दिन ब दिन पार्टी कमज़ोर होती जा रही है।
देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के लिए मुश्किलों का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। हर राज्य में चुनाव से पहले या फिर बाद में कांग्रेसी नेताओं के बीच भगड़द मच जाती है। पार्टी में गुटबाज़ी और सम्मान न मिलने का आरोप लगा कर नेता लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं। पंजाब से लेकर उत्तर प्रदेश और फिर उत्तर पूर्व, देश के हर कोने में कांग्रेस का यही हाल है। दिन ब दिन पार्टी कमज़ोर होती जा रही है। यह रहा जोत सिंह बिष्ट का कांग्रेस को छोड़ने का आखरी संदेश।
मा0 सोनिया गांधी, श्री राहुल गांधी, श्री हरीश रावत, श्री यशपाल आर्य जी, श्री करण महरा जी, श्री प्रीतम सिंह चौहान जी एवं उत्तराखंड कांग्रेस के सभी वरिष्ठ/कनिष्ठ सहयोगी साथियों के संज्ञानार्थ! आप सबके स्नेह एवं सहयोग से मैंने अपने राजनीतिक जीवन के 40 वर्षों का सफर तय किया है। आज आप सभी साथियों को अत्यंत दुःखी मन से सूचित कर रहा हूँ कि कांग्रेस पार्टी में लंबे समय से चल रहे अंतर्कलह, अनुशासन हीनता, निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी व एक तरफा फैसलों के चलते पार्टी का भविष्य अनिश्चितता की ओर जा रहा है। नेतृत्व की पांत में बैठे लोग लगातार हार के बाद भी सबक लेने के बजाय व्यक्तिगत हितों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इसमें मुझे अब दूर दूर तक सुधार की कोई गुंजाइश नहीं दिखाई देती है, इसलिए किसी पर किसी प्रकार का व्यक्तिगत आरोप न लगाकर तथा कोई व्यक्तिगत दुर्भावना रखे बिना मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रहा हूँ। मेरी कार्यशैली की वजह से मुझे पसंद या नापसंद करने वाले आप सभी साथियों का आभार प्रकट करता हूँ। फैसला लेते हुए मन बहुत आहत है। बातें तो बहुत हैं लेकिन अब ज्यादा लिखना सम्भव नहीं है। आप सभी का हार्दिक धन्यवाद। बाबा केदार सबकी रक्षा करें।”