देशभर में पीएम मुद्रा लोन योजना के नाम पर ठगी करने वाले साइबर ठगों के गिरोह का एसटीएफ ने खुलासा किया है। एसटीएफ ने गिरोह के दो सदस्यों को प्रेमनगर से गिरफ्तार किया है। Fraud in name of PM Mudra Loan Scheme गिरफ्त में आये गिरोह के सदस्यों ने बताया ज्यादातर दक्षिण भारत के राज्यों तेलंगाना, आन्ध्र प्रदेश और महाराष्ट्र के लोगों के साथ धोखाधड़ी की जा रही थी। एसटीएफ की टीम ने गृह मंत्रालय के 14C के अलग-अलग वेब पोर्टलों की सूचना पर कार्यवाही की है। इस गिरोह का सरगना दीपक राज शर्मा अभी फरार है। जिसकी तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि देहरादून के प्रेमनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किए गए राहुल चौधरी उर्फ राहुल कन्नौजिया (30) और सिद्धांत चौहान (22) के कब्जे से 1,31,100 रुपये नकद, 64 सिम कार्ड, 11 एटीएम कार्ड, 10 मोबाइल फोन, दो बैंक के पासबुक और सात बैंकों की चेक बुक भी बरामद की गई हैं। गिरोह ने ज्यादातर दक्षिण भारत के राज्यों तेलंगना, आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र के निवासियों के साथ धोखाधड़ी की है।
पीएम मुद्रा योजना के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने में इस्तेमाल होने वाले कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबरों के पिछले काफी समय से प्रेमनगर क्षेत्र में सक्रिय रहने की सूचना मिली थी। जांच के दौरान विभिन्न मोबाइल नंबरों के डेटा विश्लेषण से पता चला कि कई संदिग्ध बैंक खातों में देशभर से लोगों द्वारा प्रतिदिन 25 से 30 हजार रुपये की किस्तों में लाखों रुपये जमा किए जा रहे हैं। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि गिरोह का सरगना शर्मा उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के विष्णुपर गांव का रहने वाला है। गिरफ्तार आरोपियों में से एक चौधरी, शर्मा के गांव के पड़ोसी गांव का रहने वाला है, जबकि चौहान बदायूं जिले का रहने वाला है। पूछताछ में चौधरी ने बताया कि वह 12वीं पास है और उसके पास कोई काम नहीं होने के कारण वह शर्मा के साथ गांव से देहरादून आ गया। उसने बताया कि शर्मा ने ही उसे प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के बारे में बताया और कहा कि वह लोगों को कॉल करके खुद को सरकारी कर्मचारी बताते हुए उन्हें इस योजना के तहत ऋण स्वीकृत कराने में मदद करने की पेशकश करे।