Joshimath Sinking: ऐतिहासिक जोशीमठ नगर दरार और भू धंसाव के चलते कराह रहा है। जिसे बचाने के लिए जोशीमठ के बाशिंदे गुहार लगा रहे हैं। अपने घर, मकान, दुकान और बेहतर भविष्य के सपनों को लिए जोशीमठ के लोग आज सड़कों पर उतरे। प्रभावितों ने एनटीपीसी गो बैक के नारे लगाए। हजारों की संख्या में लोगों के सड़क पर आने पर भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया था। जोशीमठ में बढ़ रहे भूधंसाव से क्षतिग्रस्त हो रहे भवनों के मुआवजे को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोग भवनों का उचित मुआवजा और स्थायी पुनर्वास की मांग कर रहे हैं। भूधंसाव से प्रभावित लोग पिछले 27 दिनों से तहसील परिसर में आंदोलनरत हैं। हाथों में पोस्टर बैनर लिये लोग सुनियोजित ढंग से विरोध प्रदर्शन करने सड़कों पर उतरे। शांति के साथ जोशीमठ में हुक्मरानों को हिला देना वाला प्रदर्शन हुआ।
लोगों का हुजूम देख पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। हालांकि, आक्रोश रैली के मद्देनजर पहले ही पुलिस फोर्स तैनात हो गई थी। इस दौरान आगे-आगे पुलिस का जत्था चल रहा था तो पीछे-पीछे कई किमी लंबी रैली निकल रही थी। जिसमें महिलाएं, पुरुष, बुजुर्ग युवा सभी शामिल थे। आक्रोशित लोगों ने एनटीपीसी के खिलाफ प्रदर्शन कर नगर में जुलूस निकाला। लोगों ने सरकार से जोशीमठ के विस्थापन को लेकर स्पष्ट नीति बनाने की मांग की। सचिव आपदा प्रबन्धन डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि जोशीमठ में अग्रिम राहत के तौर पर 3.36 करोड़ रुपये की धनराशि 224 प्रभावित भूस्वामियों को वितरित कर दी गई है। 95 प्रभावित किरायेदारों को 47.50 लाख की धनराशि तत्काल राहत के रूप में वितरित की गई है। जोशीमठ में उद्यान विभाग की भूमि पर मॉडल प्री फैब्रिकेटेड शेल्टर निर्माणाधीन है। शीघ्र निर्माण कार्य पूरा होने की संभावना है। ढाक गांव, चमोली में प्री फैब्रिकेटेड ट्रांजिशन सेंटर हेतु भूमि विकास का कार्य जारी है। सर्वेक्षण में दरारों वाले भवनों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हुई है।