चारधाम यात्रा में मौतों का सिलसिला जारी, अब तक 173 श्रद्धालुओं की हुई मौत

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Chardham Yatra 2022: चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। कोविड महामारी के कारण दो साल बाद चारधाम यात्रा बिना किसी बंदिशों के साथ संचालित हो रही है, लेकिन ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम खराब होने और पहले से स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के चलते यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की मौतें हो रही है। हृदयाघात से मंगलवार को बदरीनाथ और केदारनाथ में पांच तीर्थ यात्रियों की मौत हो गई। इसमें केदारनाथ में चार और बदरीनाथ में एक तीर्थ यात्री ने दम तोड़ा है। ऋषिकेश समेत चारों धाम में मरने वालों की संख्या 173 पहुंच गई है।

चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य संबंधित कारणों से तीर्थयात्रियों की मौतें थम नहीं रही है। सचिव स्वास्थ्य ने सभी मेडिकल रिलीफ कैंप और स्क्रीनिंग प्वाइंट पर 50 से अधिक उम्र के तीर्थयात्रियों का स्वास्थ्य जांच करने के निर्देश दिए हैं। केदारनाथ में मंगलवार को चार और तीर्थ यात्रियों के दम तोड़ने के बाद यह संख्या 82 पहुंच गई।उधर, बदरीनाथ धाम की यात्रा पर जा रहे नेपाल के तीर्थ यात्री की भी हृदयाघात से मौत हो गई। इसके साथ ही ऋषिकेश समेत चारों धाम में अब तक 173 तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है।मंगलवार को केदारनाथ धाम जा रहे रैपुरा-चित्रकूट (उत्तर प्रदेश) निवासी लालमन यादव (62) की सोनप्रयाग में अचानक तबीयत बिगड़ गई और कुछ ही देर में उन्होंने दम तोड़ दिया।वहीं, महाराष्ट्र निवासी प्रशांत बंसी (63) ने केदारनाथ जाते हुए पैदल मार्ग पर भीमबली के पास और सवाई माधोपुर (राजस्थान) निवासी सत्यनारायण शर्मा (70) ने फाटा में दम तोड़ा।

वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बीके शुक्ला ने बताया कि केदारनाथ यात्रा के दौरान और चार तीर्थयात्रियों की मौत हुई है। इन सभी तीर्थयात्रियों ने स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया था। उन्होंने बताया कि मंगलवार को 2,131 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार कराया गया, जबकि 240 यात्रियों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराया गया। बताया कि अब ओपीडी के माध्यम से 78 हजार 740 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया गया है, जबकि 4089 यात्रियों को ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है। मौसम की चुनौतियों और विकट भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद तीर्थयात्री स्वास्थ्य संबंधित दिक्कतों की अनदेखी कर केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं जिससे श्रद्धालुओं की मौत हो रही है।