हरिद्वार महाकुंभ के दौरान कोरोना जांच फर्जीवाडे़ के मामले में आरोपी मैक्स कॉरपोरेट सोसायटी के पार्टनर शरद और मल्लिका पंत को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों की गिरफ्तारी दिल्ली से की गई है।
एसआईटी की टीम ने दोनों आरोपियों को दिल्ली से किया गिरफ्तार
एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि दोनों आरोपियों को एसआईटी की टीम ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। शरद और मल्लिका पंत को हरिद्वार लाया जा रहा है। एसआईटी की एक टीम दोनों की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली में डेरा डाले हुए थी। सूत्र बताते हैं कि दोपहर तक दोनों को हरिद्वार लाया जाएगा। जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेंद्र सिंह रावत घोटाले में उनकी भूमिका से पर्दा उठाएंगे।
कोरोना काल में संपन्न हुए बीते कुंभ 2021 में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोरोना टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य की गई थी। हरिद्वार की सीमाओं पर और कुंभ क्षेत्र में जगह-जगह कोरोना टेस्टिंग के लिए मेला स्वास्थ्य विभाग की ओर से इंतजाम किए गए थे। कुंभ में टेस्टिंग का ठेका लेने वाली मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज दिल्ली ने बड़े पैमाने पर फर्जी टेस्ट कर सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया।
छह महीने पहले इस मामले में हरिद्वार की शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था। मामले की जांच कर रही एसआईटी की एक टीम ने मैक्स कॉरपोरेट के पार्टनर शरत और उसकी पत्नी मल्लिका पंत व नवतेज नलवा के खिलाफ पहले गैर जमानती वारंट और फिर कुर्की के लिए मुनादी की कार्रवाई की थी। आखिरकार पंत दंपती पुलिस के हाथ आ गए। उन्हें पकड़कर हरिद्वार लाया जा रहा है।
श्रद्धालुओं की कोरोना जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा
हरिद्वार में आयोजित महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की कोरोना जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया था। मुख्य चिकित्सा अधिकारी की तहरीर पर नगर कोतवाली में मैक्स कॉरपोरेट सोसायटी, नलवा लैब और डॉ. लाल चंदानी लैब सेंट्रल दिल्ली के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। तत्कालीन एसएसपी सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन किया था।
डेलफिशा लैब के संचालक आशीष वशिष्ठ को किया था गिरफ्तार
इसके बाद एसआईटी टीम ने भिवानी की डेलफिशा लैब के संचालक आशीष वशिष्ठ को गिरफ्तार किया था। आशीष से पूछताछ के बाद मैक्स कॉरपोरेट सर्विस के पार्टनर शरत और मल्लिका पंत व हिसार की नलवा लैब के संचालक डॉ. नवतेज नलवा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी शुरू कर दी गई थी। हालांकि, तीनों फरार चल रहे थे। इस मामले में एसआईटी ने आरोपियों की कुर्की के लिए कोर्ट में प्रार्थनापत्र दिया था। एसआईटी को कोर्ट से नोटिस मिल गया था।
मुनादी कराने के बाद चस्पा कर दिया था नोटिस
एसआईटी ने शरत पंत व उनकी पत्नी मल्लिका पंत के नोएडा स्थित आवास और हिसार में डॉ. नवतेज नलवा के आवास और लैब पहुंचकर मुनादी कराने के बाद नोटिस चस्पा कर दिया था। इस मामले की जांच कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह कर रहे थे। इस बीच उनका तबादला गंगनहर कोतवाली हो गया, जबकि नगर कोतवाली का चार्ज राकेंद्र कठैत को दिया गया था।