हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर उत्तराखंड में भी सख्त भू-कानून की मांग को लेकर विभिन्न सामाजिक व राजनैतिक संगठन एकजुट हो गए हैं। विभिन्न संगठन भू-कानून संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलन करेंगे। इस संबंध में रविवार को उत्तराखंड महिला मंच ने राज्य आंदोलनकारी मंच व विभिन्न संगठनों के साथ बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाई।
महिला मंच की संयोजक निर्मला बिष्ट, जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि सख्त भू-कानून की मांग को लेकर विभिन्न संगठनों की ओर से आंदोलन किया जा रहा है। हमें ये संघर्ष सभी संगठनों को संयुक्त तौर पर लड़ना होगा और इस लड़ाई को मुकाम पर ले जाना होगा।
उषा भट्ट व इंद्रेश मैखुरी ने कहा कि हमें इसके लिए पृथक उत्तराखंड राज्य की तर्ज पर आंदोलन करना होगा और अपने उत्तराखंड में हिमाचल की तर्ज पर भू-कानून लागू करने के लिए सरकार पर दबाव बनाना होगा।
बताया कि इस संबंध में चार अक्तूबर को बैठक कर आगे के आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। बैठक में आंदोलनकारी प्रदीप कुकरेती, गीता गैरोला, दीपक रावत, रोशन धस्माना, जगदीश कुकरेती, गजेंद्र भंडारी, मनीष पांडे, आशीष, सागर भंडारी मौजूद रहे।