प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाबा केदारनाथ के बड़े भक्त हैं। दरअसल, उन्होंने केदारनाथ में कई साल तपस्या की है। राजनीति में आने से पहले वह सालों तक यहां रहे थे। नरेंद्र मोदी की बाबा के आशीर्वाद पर खासा भरोसा है। इसलिए वह यहां हर साल जरूर आते हैं और आशीर्वाद लेते हैं। हालांकि पिछले साल कोरोना संक्रमण के दौरान वह धाम नहीं पहुंचे थे।
केदारनाथ धाम से ही उन्होंने मिशन 2019 और मिशन 2022 की शुरुआत की थी। उन्होंने बाबा केदार के जयकारे भी लगाए थे। उन्होंने हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में चुनाव रण का आगाज किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि एक फिर बाबा ने मुझे बुलाया है। यहां मुझे जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष बिताने का मौका मिला था, लेकिन बाबा ने मुझे देश के सवा करोड़ लोगों की सेवा करने के लिए यहां से वापस भेज दिया।
तब प्रधानमंत्री ने कहा था कि यही बाबा केदार की सच्ची सेवा है। बाबा के आशीर्वाद का ही नतीजा है कि आज मैं यहां आप लोगों की सेवा कर पा रहा हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पांच नवंबर को भी बाबा केदार के धाम पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए मंदिर को फूल-मालाओं से सजाया गया है। इसके लिए ऋषिकेश से 15 क्विंटल फूल मंगाए गए हैं।
धाम में आदिगुरु शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची कृष्णशिला पत्थर से बनाई गई है। मैसूर के प्रसिद्ध मूर्तिकार योगीराज शिल्पी ने 120 टन के पत्थर पर शंकराचार्य की प्रतिमा को तराशा है।
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रतिमा का अनावरण करेंगे। वर्ष 2013 में आई आपदा में शंकराचार्य की समाधि बह गई थी। शुक्रवार को एमआई हेलीकॉप्टर से सुबह 7.55 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ धाम पहुंचे।
उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की मूति का लोकार्पण करने वाले हैं। प्रधानमंत्री के द्वारा नई केदारपुरी का भी उद्घाटन किया जाएगा।