उत्तराखंड में डेंगू का डंक हुआ बेकाबू, 3000 पार पहुंचा आंकड़ा..16 लोगों की जा चुकी है जान

उत्तराखंड में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या 3046 पहुंच चुकी है। अभी भी 270 मरीज डेंगू से जंग लड़ रहे हैं।

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उत्तराखंड में डेंगू के मामले Dengue in Uttarakhand तेजी से बढ़ रहे हैं। आलम ये है कि रोजाना डेंगू के नए केस सामने आ रहे हैं। बीते 24 घंटे के भीतर प्रदेश के 10 जिलों में डेंगू के 59 नए मामले सामने आए हैं। अभी तक प्रदेश भर में डेंगू के 3046 मामले सामने आ चुके है तो वहीं अभी तक 16 लोगों की जान डेंगू ले चुका है। अब तक डेंगू के सर्वाधिक 147 मामले हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र में आए हैं, जो नगर निगम प्रशासन की कार्यशैली की पोल खोलने के लिए काफी है। हालांकि नगर निगम प्रशासन की ओर से जन-जागरूकता के साथ-साथ लगातार कीटनाशकों का छिड़काव और फागिंग का दावा किया जा रहा है। पांच स्प्रे टैंकर, पांच फागिंग मशीन तथा 10 फोंटाना मशीनें लगाने की भी बात कही जा रही है।

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो बीते 24 घंटे के भीतर देहरादून में 6, हरिद्वार में 9, नैनीताल में 13, पौड़ी में 19, टिहरी में 4, उधम सिंह नगर में 2, रुद्रप्रयाग में 3 केस मिले हैं। इसके अलावा अल्मोड़ा, चमोली और चंपावत जिले में डेंगू के एक-एक नए मामले सामने आए हैं। आमतौर पर डेंगू और मलेरिया की बीमारी मादा मच्छर के काटने से फैलती है। एडीज नाम के मादा मच्छर के काटने से डेंगू होता है। अगर किसी मरीज को डेंगू होता है तो उसे काफी तेज बुखार आता है। इसके अलावा मरीज को उल्टियां भी होती है। साथ ही उसके बॉडी में दर्द और जकड़न भी होती है। वहीं, डेंगू के मरीजों की प्लेटलेट्स भी काफी तेजी से घटती है। डेंगू से बचाव के लिए अपने घरों के आस पास पानी बिल्कुल जमा न होने दें। कूलर, बाल्टी, गमलों आदि से पानी निकालते रहें। इसके अलावा टायरों, खाली पड़े बर्तनों में पानी जमा न होने दें। अपने आस पास की सफाई करते रहें।