Destruction in Dharali, worries to Nepal| Uttarakhand News | Reproduction | Nepal

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दोस्तो धराली आपदा को लेकर हर कोई रिपोर्ट दिखा रहा है, खबर बता रहा है। मै भी आपको बता रहा हूं दिखा रहा हूं लेकिन दो खबर दो तस्वीर जो शायद एक साथ किसी ने एक साथ आपको दिखाई होगी, लेकिन में दिखा रहा हूं। Dharali Rescue Operation एक खबर बहुत सुकून देने वाली है, दोस्तो दूसरी चिंतित करने वाली और धराली आपदा के बाद हर कोई चिंतित है ही खासकर वो लोगो चिंता है जिनका तालुक धराली है, लेकिन ये हमारे पड़ोसी देश की चिंता है। आपदा धराली में आई है दोस्तो लेकिन चिंता में नेपाल है। पूरी खबर बताउंगा आपको सिलसिले वार तरीके बताउंगा। दोस्तो उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले का धराली क्षेत्र इन दिनों आपदा की मार झेल रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद ग्राउंड जीरो पर रहकर रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनिटरिंग कर रहे हैं इस दौरान शुक्रवार को हर्षिल में गुजरात की एक महिला पर्यटक ने अपने दुपट्टे का एक हिस्सा फाड़कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कलाई पर राखी बांधी और आपदा राहत कार्यों के लिए आभार एवं सराहना प्रकट की। इस दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि धराली में अचानक आई बाढ़ से पूरा शहर आपदा का शिकार हो गया है। कई सड़कें, पुल, इमारतें, होटल, होमस्टे और घर नष्ट हो गए हैं। लोग व्यथित है, आपदा से कृषि पूरी तरह तबाह हो गई है।

सीएम धामी ने लोगों को आश्वस्त किया है कि सरकार जल्द ही सब कुछ व्यवस्थित कर देगी। बिजली सेवा क्षतिग्रस्त हो गई है, जल्द से जल्द बहाल करने के प्रयास जारी हैं। मोबाइल सेवा बहाल कर दी गई है। गंगनानी सहित कई जगहों पर सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। यहां आए 500 पर्यटकों में से 400 लोगों को हेलीकॉप्टरों की मदद से बचाया गया है। इस आपदा को लेकर शुक्रवार 8 अगस्त को उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने जो अपडेट दिया है, उसके मुताबिक अभी तक 49 लोगों को लापता होने की जानकारी मिली है। वहीं 5 लोगों की मौत हुई है। उत्तराखंड एसडीआरएफ के अलावा एनडीआरएफ, आईटीबीपी, आर्मी और वायु सेना की अलग-अलग टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। आपदा से पूरी हर्षिल घाटी को नुकसान पहुंचा है. भटवाड़ी से आगे धराली तक जगह-जगह मार्ग टूटा हुआ है। इसीलिए हर्षिल घाटी और गंगोत्री में फंसे तीर्थयात्रियों व पर्यटकों का हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया जा रहा है। प्रशासन के मुताबिक शुक्रवार को करीब 400 लोगों को निकाला जाना है। गगनानी में पुल टूटा हुआ है।

बीआरओ (बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन) और सेना की टीम गंगनानी में वैली ब्रिज बनाने में लगी हुई हैं। वहीं हर्षिल घाटी में मोबाइल कनेक्टिविटी बहाल हो चुकी है। आज तक जिन क्षेत्रों में बिजली की समस्या है, वो भी दूर हो जाएगी। पड़ोसी और मित्र देश भारत के उत्तराखंड में बाढ़ के कारण हुए जान-माल के भारी नुकसान की दु:खद खबर से मैं बहुत चिंतित हूं। बताया गया है कि 17 से अधिक नेपाली नागरिक भी बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। उनके बचाव के लिए दूतावास के माध्यम से तत्काल राजनयिक चर्चा की गई। मैं बाढ़ और भूस्खलन में जान गंवाने वाले सभी लोगों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और शोक संतप्त परिवारों को इस दुख को सहन करने की शक्ति देने की कामना करता हूं। नेपाल के स्थानीय अधिकारियों ने पुष्टि की है कि लापता लोगों में 17 जाजरकोट जिले के हैं और चार अन्य बर्दिया जिले के हैं। नेपाल के अधिकारियों के अनुसार भारत के उत्तरकाशी जिले के धराली इलाके में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद मंगलवार दोपहर से उनका कोई अता-पता नहीं है। जाजरकोट जिले के कुशे ग्रामीण नगर पालिका के अध्यक्ष हरि चंद्र बसनेत ने एएनआई को फोन पर बताया, बाढ़ के बाद से लापता स्थानीय लोगों से संपर्क नहीं हो पाया है और उनके परिवार बेहद चिंतित हैं। हमने विदेश मंत्रालय से भी खोज और बचाव कार्यों में सहायता का अनुरोध किया है।