उत्तराखंड में तबाही, ग्राउंड रिपोर्ट से हुआ ‘बड़ा खुलासा’ | Uttarakhand News

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उत्तराखंड में तबाह हो सब कुछ जान भी नहीं बचा पाए लोग ग्राउंट रिपोर्ट से हुआ बड़ा खुलासा। बात उस तस्वीर की जहां लोग भाग रहे थे, चिल्ला रहे थे, कुछ समझ नहीं आ रहा था। बस इतना पता था कि ऊपर से आफत बरस रही है, और आ भी रही है। Uttarkashi Cloud Burst भारी बारिश उत्तरकाशी के धराली में भीषण आपदा ले कर आयेगी। कैसे लोग अपनी जिन्दगी बचाने के लिए भाग रहे थे। जो हुआ उसने झकझोर कर रख दिया। वैसे सच तो ये भी की मौत से कौन भाग पाया है। लोग जान बचाने के लिए सड़क छोड़ नीचे राते को चुना, लेकिन उनको नहीं पता था कि ये सैलाब किसी को नहीं छोड़ने वाला था। कहां गये होंगे ये सब लोग जो जान बचाना चाहते थे, बच तो नहीं पाए। ये लोग सब कुछ देऱ में एक दिन में दो दिन में सिर्फ आंकड़ों में गिने जाएंगे। हालांकि शुरूआती दौर में कोई आकड़ा नहीं बताया गया। लेकिन यहां आकड़ा का इनतजार कौन करेगा। यहां तो सब कुछ खुली आंखों से दिखाई दे रहा है, लगता नहीं कोई बच पाया होगा। दोस्तो उत्तराकाशी का खूबसूरत धराली और यहां आई भीषण आपदा के बाद लगभग धराली मार्केट तबाह हो चुका है। धराली के ऊपर खीरगाड़ में बादल फटने से आए मलबे के कारण खीरगंगा नदी ने बाढ़ का रूप ले लिया। जिससे ये तबाही हुई. धराली, गंगोत्री यात्रा का मुख्य पड़ाव है। दोस्तो अक्सर यात्री धराली में रुकते हैं। धराली में काफी संख्या में होटल, लॉज और रेस्टोरेंट हैं। वहीं आपदा के दौरान का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें महज कुछ ही सेकंड में कई होटल और लॉज तबाह हो गए।

दोस्तो देखिए ना महज कुछ ही सेकंड के वीडियो में देखा जा रहा है खीरगंगा नदी के मार्ग पर भारी मलबा काफी तेज गति से नीचे की तरफ आ रहा है। कुछ ही देर बाद तेज गति से आ रहा मलबा होटल और लॉज की तरफ बढ़ा। जहां कुछ लोग वीडियो में नजर भी आ रहे हैं। ऐसे में वीडियो में लोगों को भागते हुए भी देखा जा रहा है। लेकिन पानी के साथ आया मलबा कई होटल और लॉज को तोड़ते हुए आगे बढ़ गया, और टूट गई कई लोगों की सांसे भी। वहीं दूर खड़े लोग शोर मचाकर पीड़ितों को आगाह भी कर रहे हैं, लेकिन तेज गति से आता पानी का शोर और भयानक बाढ़ में कुछ ही सेकंड में सब तबाह कर दिया। इस आपदा में न जाने कितने लोग गाल के गाल में समा चुके हैं, नजाने कितने घायल हैं, न जाने कितने लापता, ये सब वक्त के गर्भ छिपा है। लेकिन मौके पर एनडीआरएफ की 4 टीमें और एसडीआरएफ की 3 टीमों के साथ ही कई अन्य दल भी आपदा में फंसे लोगों का रेस्क्यू कर रहे हैं. अभी तक 20 लोगों को सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया है। खीरगंगा में आई बाढ़ से धराली बाजार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। इस प्राकृतिक आपदा में जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। वहीं हर्षिल हैलीपैड के आसपास के क्षेत्र में भी भारी नुकसान हुआ है। घटना की सूचना मिलते ही आईआरएस सिस्टम को सक्रिय किया।

सेना,एसडीआरएफ,एनडीआरएफ, पुलिस, एम्बुलेंस 108, चिकित्सा दल एवं जिला प्रशासन की टीमें मौके पर मौजूद है। सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखते हुए तत्काल राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए है। राहत एवं बचाव कार्य को युद्ध स्तर पर करने के निर्देश दिए। राहत शिविर में भोजन आदि की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही एम्बुलेंस,108 व डॉक्टर की टीम यथा समय मौके पर तैनात करने के निर्देश दिए। उत्तरकाशी में लगातार बारिश हो रही है, कृपया सावधानी बरतें। नदी-नालों के आसपास न जाएं। सुरक्षा की दृष्टि से भागीरथी नदी के आस–पास खतरे वाले स्थानों को खाली कर सुरक्षित स्थान पर बने रहें। पुलिस सहायता हेतु 112 डायल करें। उत्तरकाशी में जो बादल पत्नी की घटना सामने आई है उसके बाद उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का बयान सामने आया है। दोस्तो इधर अब मुनादी होती दिखाई दी। जनपद उत्तरकाशी में लगातार बारिश हो रही है, कृपया सावधानी बरतें। नदी-नालों के आसपास न जाएं। सुरक्षा की दृष्टि से भागीरथी नदी के आस–पास खतरे वाले स्थानों को खाली कर सुरक्षित स्थान पर बने रहें। पुलिस सहायता हेतु 112 डायल करें, लेकिन इतनी बड़ी आपदा आई, लोगों की गिनती करना अभी बांकी है, जिंदा या नहीं की बात अलग है।

कमिश्नर गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडे ने बताया, “उत्तरकाशी के हर्षिल की घटना के बाद इसी रोड पर सुखी टॉप है, वहाँ भी बादल फटने की खबर है। हालाँकि, वहाँ से किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। बारिश बहुत तेज़ है, जिससे जल स्तर बढ़ रहा है। नतीजतन, स्थिति पर कड़ी नज़र रखी जा रही है, प्राथमिकता लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुँचाने की है। हमारी सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार वहाँ लगी हुई हैं। स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू किया जा रहा है। दोस्तो हर तरफ तबाही के निशान अब डरा रहे हैं, कि आपदा आकर चली जाएगी..लेकिन उसके निशान सालों दशकों तक परेशान करते रहेंगे। धराली मार्केट से ऊपर मौजूद लोग इस दौरान भागो-भागो की आवाज लगाते हुए चिल्लाते रहे, लेकिन बाढ़ के सैलाब की आवाज के सामने उनकी आवाजें दबकर रह गईं। दोस्तो आगे तस्वीर और भयावह होने वाली है। तबाही के बाद का मंजर अक्सर बेहद खौफनाक होता है। ये उत्तराखंड बेहतर तरीके से जानता भी और समझता भी है। इस बारिश बाढ़ तबाही को लेकर आप क्या कहेंगे दोस्तो कमेंट कर सकते हैं।