धर्मनगरी हरिद्वार में लगातार क्राइम बढ़ते ही जा रहे है। इस बीच रुड़की के गंग नहर कोतवाली क्षेत्र से सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां दिव्यांग ई-रिक्शा चालक की गला घोटकर निर्मम हत्या कर दी। पुलिस ने मृतक के पिता की तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। साथ ही मामले की जांच में जुट गई है। मृतक की शिनाख्त मिटाने के लिए चेहरे को पत्थरों से कुचल दिया। पहले तेजाब डालकर शव को जलाने और फिर काली पन्नी से लपेट कर मिट्टी में दबाने की कोशिश की गई। मुन्ना 16 मई की शाम को लापता हो गया था। रविवार को मृतक मुन्ना का शव सालियर-मंगलौर बाईपास पर एक ढाबे के सामने भराव की जमीन के पास पड़ा मिला है।
मिली जानकारी के अनुसार28 वर्षीय दिव्यांग मुन्ना पुत्र मिठवा ई-रिक्शा चलाते थे। शुक्रवार दोपहर डेढ़ बजे वह घर से निकले थे, लेकिन फिर लौटे नहीं। छोटा भाई मुकेश और परिजन उनकी तलाश में जुटे थे। शनिवार को उन्होंने मुन्ना के लापता होने की तहरीर गंगनहर कोतवाली पुलिस को दी थी। मुकेश ने बताया कि रविवार तड़के उन्हें मुन्ना का ई-रिक्शा रसूलपुर में फोरलेन के समीप खड़ा होने की जानकारी मिली। परिजन वहां पहुंचे और तलाश किया तो पास में ही काली पन्नी में लिपटा हुआ मुन्ना का शव मिला। सूचना पर गंगनहर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। एसपी देहात शेखर चंद सुयाल ने बताया कि शव आधा मिट्टी में दबा हुआ था। चेहरा पत्थर से कुचला हुआ था और पास में एक बड़ा पत्थर पड़ा था। चेहरे और शरीर को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे तेजाब से जलाया गया हो।