Joshimath Relief Package: उत्तराखंड में आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से केंद्र सरकार को 2000 करोड़ की डिमांड भेजी गई है। दरअसल, जोशीमठ में दरारों के चलते हुए नुकसान का आकलन किया गया। उसके बाद केंद्र सरकार से राहत पैकेज के रूप में 2000 करोड़ रुपए की डिमांड की गई है। राज्य सरकार भी बजट में इसके लिए करीब 1000 करोड़ की व्यवस्था करेगी। जोशीमठ में दरार आने के चलते स्थानीय लोगों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। उधर जोशीमठ शहर पर भी इन दरारों के चलते बड़ा संकट दिखाई दे रहा है। इसी को लेकर तमाम राज्य और भारत सरकार की एजेंसियां जोशीमठ संकट को लेकर स्टडी कर चुकी हैं। जिसकी रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय को भी भेज दी गई है।
इस प्रस्ताव में 1000 करोड़ विस्थापन और 1000 करोड़ इन्फ्राट्रक्चर और अन्य कामों के लिए है। जोशीमठ में दरारों के आने का सिलसिला भी कम हो गया है। यात्रा से पहले सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जाएंगी। सचिव नियोजन आर मीनाक्षी सुंदरम ने इसकी जानकारी दी। यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को दिक्कतें नहीं होंगी। राज्य सरकार स्तर से भी जोशीमठ में मुआवजा बांटने का काम जारी है। आपको बता दें कि जोशीमठ आपदा में केंद्र सरकार की 8 अलग अलग एजेंसियों की रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी जा चुकी है। अभी रिपोर्ट के अध्ययन व चमोली जिला प्रशासन के कुल नुकसान के आंकलन के आधार पर ये आपदा राहत पैकेज मांगा गया है। हालांकि, इनमें से कितना बजट केंद्र की तरफ से मिल पाएगा यह कहना मुश्किल है।