मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सचिवालय में आयुष एवं आयुष शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को उत्तराखण्ड को आयुष और वेलनेस के क्षेत्र में प्रमुख डेस्टिनेशन बनाने के प्रभावी कार्ययोजना के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। Uttarakhand Ayush Wellness Destination उन्होंने उत्तराखण्ड को विश्व का सर्वश्रेष्ठ योग गंतव्य बनाने के लिए शीघ्र ही नई योग नीति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पंचकर्मा एवं राज्य में जड़ी बूटियों के उत्पादन को और बढ़ावा दिया जाए। मुख्यमंत्री ने आयुष के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए जडी़ बूटी कृषकों के उत्पादों के विपणन हेतु उचित प्लेटफार्म की व्यवस्था बनाने तथा स्कूलों में आयुर्विद्या कार्यक्रमों को सुनिश्चित कर आयुष नीति के प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष के क्षेत्र में बेहतर कार्य संचालन के लिए वेलनेस केन्द्रों की स्थापना तथा आयुष चिकित्सकों एवं फार्मासिस्टों को प्रसिद्ध आयुष विशेषज्ञों के माध्यम से प्रशिक्षण की व्यवस्था करें।
मुख्यमंत्री ने आयुष के क्षेत्र में बेहतर कार्य संचालन के लिये वेलनेस केन्द्रों की स्थापना, आयुष सेवाओं के प्रमाणीकरण तथा आयुष चिकित्सकों एवं फार्मशिस्टों को प्रसिद्ध आयुष विशेषज्ञों के माध्यम से प्रशिक्षण की व्यवस्था पर ध्यान देने को कहा। इससे आयुष चिकित्सा को जनता से जोडने में मदद मिलेगी। नीति में उच्च गुणवत्ता युक्त आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के उत्पादन को प्रोत्साहन किये जाने, गुड एग्रीकल्चर प्रैक्टिसेज (जीएपी) के अंतरराष्ट्रीय मानक का पालन किये जाने की अनिवार्यता, ड्रोन आधारित नवीनतम तकनीक का प्रयोग, पीपीपी मोड पर कोल्ड स्टोरेज की स्थापना, औषधीय पादपों के विक्रेताओं (कृषकों, स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं) तथा क्रेताओं (औषध-निर्माताओं) को एक मंच पर लाए जाने हेतु ऑनलाइन प्लेटफार्म की स्थापना, औषधीय पादपों के लिए ‘एश्योर्ड बाय-बैक’ योजना, राज्य में अग्रणी निर्माताओं एवं प्रतिष्ठित विपणन एजेंसी के सहयोग से उत्तराखंड में उगाए जाने वाले प्रमुख औषधीय पादपों की ब्रांडिंग के लिए स्पष्ट दिशा निर्देश शामिल किये गये हैं।