पौड़ी के अनेथ गांव में बंदर को पकड़ने के लिए लगाए गए पिंजरे में एक गुलदार फंस गया। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार अनेथ गांव में लोग लंबे समय से बंदरों के आंतक से लोग परेशान हैं। लोगों की परेशानी को देखते हुए वन विभाग ने गांव में बदरों को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया था, लेकिन बीती देर रात पिंजरे में गुलदार फंस गया। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गुलदार का मेडिकल परीक्षण कराया गया। मेडिकल जांच में गुलदार स्वस्थ मिला। वन विभाग की टीम जल्द ही गुलदार को जंगल में छोड़ा जाएगा। गढ़वाल वन प्रभाग के नागदेव रेंज स्थित अणेथ गांव व आसपास के गांवों में बंदरों का उत्पात बना है। कई लोगों को काटकर घायल कर चुके हैं। बंदर घरों में घुसकर खाद्य पदार्थों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की मांग पर कुछ माह पहले वन विभाग ने बंदरों को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया था। पिंजरे में अभी तक कोई बंदर नहीं फंसा। अणेथ गांव में ग्रामीण मनोरथ प्रसाद ने बताया कि वह सुबह पांच बजे उठे तो उन्होंने देखा कि घर के पास बंदर पकड़ने के लिए लगाए पिंजरे में गुलदार फंसा है। साथ ही एक अन्य गुलदार पिंजरे के पास घूम रहा है। शोर मचाने के बाद घूम रहा गुलदार भाग गया। गुलदार को मेडिकल जांच के बाद जंगल में छोड़ दिया जाएगा। विदित हो कि इससे पूर्व 13 और 15 अप्रैल को बाघ ने रिखणीखाल तहसील एवं धुमाकोट तहसील में दो लोगों को निवाला बनाया था। इसके बाद यहां वन विभाग के साथ ही प्रशासन ने डेरा डाला हुआ है। वहीं बाघ प्रभावित क्षेत्रों में डीएम आशीष चौहान ने 18 अप्रैल तक अवकाश घोषित किया था। जिसके बाद अवकाश 21 अप्रैल तक विस्तारित कर दिया गया है। अवकाश विस्तारित होने से स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखे जाएंगे।