उत्तराखंड में बीजेपी ने तीसरी बार लोकसभा की पांचों सीटें जीती हैं। वही, कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। Harish Rawat reaction इस हार के लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने टिकट बंटवारों को जिम्मेदारी बताया था। करण माहरा ने कहा कि यदि बड़े नेताओं को टिकट दिया जाता तो कांग्रेस इस तरह नहीं हारती। हालांकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत, करण माहरा के बयान से इत्तेफाक नहीं रखते है। हरीश रावत का कहना है कि हार का मार्जन भले ही कम हो जाता, लेकिन जीत पक्की नहीं थी। हरीश रावत का मानना है कि कांग्रेस पर्वतीय लोगों का विश्वास जीतने में असफल रही है। इसलिए बड़े नेताओं को टिकट देकर भी कांग्रेस की हार निश्चित थी।
हरीश रावत ने कहा कि वोटिंग पैटर्न का अध्ययन किया जाए तो कुछ ऐसी चीजें हुई, जिससे कहा जा सकता है कि कांग्रेस ने पर्वतीय लोगों का विश्वास खो दिया है। कांग्रेस को वो विश्वास दोबारा से हासिल करना होगा, जिसके लिए कांग्रेस को मनन करने की आवश्यकता है। हरीश रावत ने कहा कि वो बहुत बारीकी से हार का विश्लेषण करने के बाद इन नतीजों पर पहुंचे है। हरीश रावत के मुताबिक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में वोटरों को एक ही पैटर्न देखने को मिला है, जिसमें वोटरों ने एक मुश्त होकर बीजेपी के पक्ष में मतदान किया है। हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस इस बात का यकीन नहीं दिला पाई कि देश परिवर्तन की तरफ बढ़ रहा है और आप भी परिवर्तन के साथ खड़े हों।