उत्तराखंड में भारी बारिश ने बरपाया कहर, टिहरी में आधा दर्जन घरों में घुसा मलबा, 8 मवेशी मलबे में दबे

टिहरी में भारी बारिश से घुत्तू देवलिंग भिलंग में भारी त्रासदी आई है। कई जगह बादल फटने से भूस्खलन व भू-धंसाव हो गया है। घुत्तू देवलिंग भिलंग में भारी बारिश से गौशाला भूस्खलन की जद में आ गया।

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उत्तराखंड में देर रात से बारिश आफत बनकर बरस रही है। देहरादून समेत कई जिलों में बारिश का क्रम भी जारी है। Tehri Ghuttoo Bhilang Heavy Rain खासकर कुमाऊं में कहीं-कहीं भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित है। टिहरी में भारी बारिश से घुत्तू देवलिंग भिलंग में भारी त्रासदी आई है। कई जगह बादल फटने से भूस्खलन व भू-धंसाव हो गया है। घुत्तू देवलिंग भिलंग में भारी बारिश से गौशाला भूस्खलन की जद में आ गया। जिस कारण करीब 8 मवेशी मलबे में दब गए। वहीं 2 मवेशी घायल हुए हैं। घटना की जानकारी मिलते ही राजस्व की टीम मौके पर पहुंच गई है और मलबा हटाने का प्रयास किया जा रहा है। घुत्तू देवलिंग से लगे 8 से 10 गांव में बादल फटने से जगह जगह भारी भूस्खलन और भू-धंसाव हो गया है। कई वाहन मलबे की चपेट में आए तो कई मवेशी भी जिंदा दफन हो गए।

फिलहाल सभी लोग गांव के प्राथमिक विद्यालय मेंडू में चले गए हैं। पूरी घाटी में बारिश के कारण जगह-जगह गांवों में भूस्खलन की सूचनाएं मिल रही हैं। समन गांव में भूस्खलन से एक आवासीय मकान ध्वस्त हो गया है। गौर हो कि टिहरी में एक बार फिर भारी बारिश ने लोगों की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। कई गांवों में भूस्खलन होने से संपर्क मार्ग बाधित हो गए हैं। साथ ही लोगों की कृषि भूमि भी भूस्खलन की चपेट में आ गई है। बता दें कि इसी मानसून सीजन में 26 जुलाई को टिहरी जिले के बालगंगा तहसील के विनयखाल क्षेत्र में भारी बारिश ने तबाही मचाई थी। भारी बारिश के चलते क्षेत्र के तोली, तिंगढ़, जखाना के ग्रामीणों की कई एकड़ कृषि भूमि आपदा की चपेट में आई थी।