हरिद्वार से गंगाजल लेकर लौटे साढ़े चार करोड़ कांवड़ यात्री करीब सात हजार मीट्रिक टन गंदगी छोड़ गए। इस गंदगी को साफ कर पहले जैसा बनाने में नगर निगम को कम से कम दो से तीन दिन का वक्त लगेगा। Haridwar Kanwar Fair 2025 इसके लिए नगर निगम प्रशासन ने व्यापक स्तर पर अभियान भी शुरू कर दिया है। कांवड़ मेला खत्म होने के बाद हरिद्वार में गंगा घाटों से लेकर हाईवे तक गंदगी का अंबार लग चुका है। करोड़ों की संख्या में पहुंचे कांवड़िए शहर में कई हजार मीट्रिक टन कूड़ा छोड़ गए हैं। आलम ये है कि अब गंगा घाटों से लेकर कांवड़ पटरी मार्ग पर कूड़े का ढेर लग गया है। प्रशासन का कहना है कि कांवड़ मेले में साढ़े चार करोड़ से ज्यादा शिव भक्त हरिद्वार पहुंचे। हरकी पैड़ी समेत अन्य घाट और हाईवे पर गंदगी ही गंदगी नजर आ रही है। जिसे हटाना नगर निगम के लिए चुनौती है।
जिलाधिकारी ने सभी जोनल और नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए हैं सुबह शुरू होने वाले विशेष स्वच्छता अभियान के तहत मुख्य घाटों और कांवड़ यात्रा मार्ग पर काम किया जाएगा। दायित्वों का निर्वहन सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ करेंगे। इसमें आम जन, जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संगठनों, संस्थाओं, व्यापार मंडल, संत समाज का भी सहयोग लिए जाएगा। उपाध्यक्ष एचआरडीए अंशुल सिंह ने स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए सभी नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कार्यक्रम में शामिल होने वाले को मास्क, ग्लब्स और कूड़ा कचरा एकत्रित करने के लिए बैग दिए जाएंगे। नगर आयुक्त ने बताया कि इस बार पॉलिथीन इत्यादि के साथ ही शिव भक्त कांवड़िए कपड़े और जूते तक छोड़ गए हैं। जिसको लेकर नगर द्वारा एक विशेष अभियान चलाया जाएगा. जिसमें हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को जागरूक भी किया जाएगा।