Uttarakhand Congress: उत्तराखंड कांग्रेस 7 नवंबर से भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने जा रही है। यात्रा की शुरुआत चमोली जिले में स्थित देश के अंतिम गांव माणा से होगी। इस क्रम में यात्रा को सफल बनाने के लिए कांग्रेस प्रदेश के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रही है। लेकिन कांग्रेस के भीतर गुटबाजी के चलते तमाम नेता बैठकों से नदारद नजर आ रहे हैं। बैठकों में नेताओं के न शामिल होने से यह स्पष्ट है कि पार्टी के भीतर गुटबाजी चरम सीमा पर है।
मुख्य रूप से कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा के तहत कांग्रेस परिवार को एकजुट करने के साथ ही प्रदेश की जनता को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रही है। ताकि, आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर से कांग्रेस को इसका लाभ मिल सके। हालांकि, कांग्रेस अपने परिवार को एकजुट करने की कवायद में जुटी हुई है। वहीं, दूसरी तरफ भारत जोड़ो यात्रा को लेकर की गई बैठकों में कई वरिष्ठ नेताओं के शामिल ना होने के चलते कई बड़े सवाल खड़े होने लगे हैं।
बैठक के दौरान नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य समेत तमाम नेता शामिल हुए थे। लेकिन पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत समेत कई जिलों के नेता शामिल नहीं हुए थे। देहरादून स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में 5 नवंबर को बैठक की गई। बैठक के दौरान भी नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत शामिल नहीं हुए. इससे यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस के भीतर गुटबाजी चरम सीमा पर है। ऐसे में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा अभी से ही अलग-थलग नजर आ रही है।