उत्तराखंड: जितेश धारियाल कर रहे थे IAS की तैयारी, ISRO में बन गए साइंटिस्ट

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नैनीताल: कहते है प्रतिभा कभी साथ नहीं छोड़ती यह साबित कर दिखाया उत्तराखंड के इस होनहार युवा ने। उत्तराखंड के युवा हर स्तर पर अपनी कामयाबी और काबिलियत दिखाने से नहीं चूकते हैं देश के हर उनके पदों तक उत्तराखंड के युवाओं की पहुंच रहती हैं। इसी कड़ी में नैनीताल जिले के लालकुआं, हल्दूचौड़ के दुर्गापालपुर मोतीराम क्षेत्र के रहने वाले जितेश धारियाल का चयन इसरो में हुआ है। अब वो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में मैकेनिकल वैज्ञानिक के तौर पर सेवाएं देंगे।

जितेश आईएएस एग्जॉम की तैयारी कर रहे थे, अब उन्होंने इसरो में सेवाएं देने का निर्णय लिया है। जितेश का चयन भारत सरकार अंतरिक्ष विभाग के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र शार,आंध्र प्रदेश स्थित इसरो संस्थान में हुआ है। इसरो की ओर से जितेश को नियुक्ति पत्र भेज दिया गया है। जितेश की सफलता से क्षेत्र में खुशी की लहर है, परिजन खुशी से फूले नहीं समा रहे। जितेश के पिता कैलाश धारियाल भारतीय जीवन बीमा निगम के वरिष्ठ अभिकर्ता एवं सेंचुरी मिल के कर्मचारी हैं। जितेश के पिता ने बताया वो पढ़ाई में हमेशा टॉप करते रहे।

जितेश ने एनआईटी कुरुक्षेत्र से बीटेक किया है। इसके बाद वो इंद्रप्रस्थ गैस दिल्ली में सेवाएं देने लगे। यहां साल 2017 में उनका डिप्टी मैनेजर के पद पर प्रमोशन किया गया। उस वक्त मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें 50 हजार रुपये का पुरुस्कार देकर सम्मानित किया गया था। जॉब करने के साथ ही जितेश आईएएस परीक्षा की तैयारी करने लगे थे। जिसमें उन्होंने प्री-परीक्षा को पास किया। अब उनकी मेन परीक्षा होनी थी, लेकिन इसरो में चुने जाने के बाद जितेश ने वैज्ञानिक पद को तरजीह दी। वो जल्द ही इसरो में ज्वाइन करने वाले हैं। उनके चयन पर क्षेत्र में खुशी की लहर।