Joshimath News (Uttarakhand) : तबाही का ये दूसरा अध्याय है…जोशीमठ अब पूरी तरह से तबाही के आगोश में है..जमीन के धंसने का सिलसिला तो जारी ही था..अब धीरे धीरे मकानों का गिरना भी शुरू हो चुका है…जोशीमठ को लेकर ऐसी रिपोर्ट सामने आई है..जो हैरान और परेशान करने वाली है…पहले भू धंसाव और फिर मकानों में दरार के बाद अब नई मुसीबत आ खड़ी है..ऐसा लगता है कि…इस तबाही का ये तीसरा पार्ट है…जो फाइनल पार्ट हो सकता है….जमीन के धंसने के सिलसिले ने जोशीमठ को पूरी तरह डरा ही दिया था…फिर जब कमानों में दरार आई तो लोग भागने लगे….अब मकानों में दरारें नहीं…दरार वाले घर जमीदोज हो जा रहे हैं…मतलब जमीन अपनी ताकत को दिखा रही है…ये तस्वीरें जो देख रहे हैं..ये उसी तबाही की तस्वीर है…जिसकी बारे में हम आपको बता रहे हैं….इसे तबाही की शुरुआत कहेंगे या फिर किसी बड़े खतरे की घंटी…और इसके परिणाम क्या हो सकते हैं…आज की हम अपनी रिपोर्ट में जोशीमठ में आ रहे तबाही पर बात करेंगे…और उससे होने वाले नुकसान का भी विश्लेषण करेंगे..लेकिन उससे पहले हम आपको बताएंगे कि…जो तस्वीरें आप देख रहे हैं…उसके क्या मायने हैं…और कहां की ये तस्वीर है जो विचलित कर रही है…
हाइलाइट्स
- क्या जोशीमठ में फिर से आ रही तबाही…कुछ सेकंड में मकान मिट्टी बन गया !
- पहले जमीन धंसी..फिर मकानों में दरारें…अब टुकड़े टुकड़े में गिर रहे हैं घर !
- जोशीमठ में किसी बड़े खतरे के संकेत…बारिश के बाद होने वाला है बुरा हाल !
उत्तराखंड में एक शहर है..जोशीमठ…जहां तबाही पूरी तरह से अब बढ़ने वाली है….जोशीमठ की तरह जोशीमठ विकासखंड के पगनो गांव में मकानों में दरार पड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है….पिछले साल से गांव के ऊपर लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते ज्यादातर घर खतरे की जद में आ गए हैं….एक ओर मानसून के दौरान लोग परेशान रहे. वहीं अब गांव के मकानों में मोटी-मोटी दरारें पढ़नी शुरू हो गई हैं.गनीमत ये है कि ग्रामीण अपने मकानों को छोड़कर पहले ही सुरक्षित स्थानों पर जा चुके हैं….लेकिन वहां ठीक व्यवस्था न होने से ग्रामीणों की चिंता बढ़ने लगी है….एक दरार वाले मकान पर अचानक से भूस्खलन हुआ….इसके चलते मकान धीरे-धीरे धराशाही हो गया…. इसकी एक-एक तस्वीर भी मोबाइल में कैद हुई है…..तस्वीरें बता रही हैं कि…खतरा कितना बड़ा आने वाला है…हालांकि मकान में पहले से दरार आ चुकी थी…लेकिन दरार आने के बाद भी कमान गिरा नहीं था…बारिश का सीजन बितने वाला है…लेकिन अब जिन मकानों में दरारें आईं थीं…वहां संकट बढ़ चुका है…वो मकानें धीरे धीरे गिरना शुरू हो चुकी है…उत्तराखंड में ये पहली तबाही नहीं है…इससे पहले भी ऐसी तस्वीरें सामने आ चुकी हैं…लेकिन ये तस्वीर इसलिए विचलित करने वाली है क्योंकि…यहां पहले से तबाही की शुरुआत हो चुकी है..लोग घरों को खाली कर चुके हैं…अपने अपने ठिकानों को छोड़ चुके हैं…लेकिन अभी तक किसी तरह की कोई स्थिति साफ नहीं हो सकी है…कि आखिर ऐसा हो क्यों हो रहा है…
बता दें कि इस साल भारी भूस्खलन से पागनो गांव में तबाही का मंजर है…. अब तक भूस्खलन 8 मकानों को लील चुका है….देखते ही देखते चंद सेकंड में मकान जमींदोज हो जाता है….कट कट की आवाज ऐसे आती है.,.,.मानों कोई इस मकान को तोड़ रहा हो…लेकिन फिर जो होता है आप तस्वीरों में देख ही रहे हैं…बलवीर सिंह और प्रदीप सिंह पंवार का घर भूस्खलान की जद में आने से भरभराकर जमींजोद हो गया…. इससे लोग खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं…..इसी साल अगस्त में जोशीमठ तहसील के हेलंग उर्गम मोटर मार्ग के पास एक मकान भरभरा कर गिर गया था….. जिसमें 7 मजदूर दब गए थे….फिल हाल ऐसा खतरा अभी भी कई मकानों पर बना है…