RSS प्रमुख मोहन भागवत से भिड़े ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य, कही ये बात..

अविमुक्तेश्वरानंद ने रविवार को मंदिरों के जीर्णोद्धार पर भागवत के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि जब उन्हें सत्ता चाहिए थी, तब वे मंदिरों के बारे में बोलते रहे। अब जब उनके पास सत्ता है, तो वे मंदिरों की तलाश न करने की सलाह दे रहे हैं।

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हरिद्वार दौरे पर पहुंचे ज्योतिर्मठ पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान को गलत बताया है Haridwar News जिसमे उन्होंने कहा था की हर जगह मंदिर ढूंढ़ने की इजाजत नहीं दी सकती है। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि, अतीत में हिन्दू समाज के साथ बहुत अत्याचर हुआ है और हिन्दुओं के धर्मस्थलों को तहस नहस किया गया है। इसलिए अगर अब हिन्दू समाज अपने मंदिरो का पुनः उद्धार कर उन्हें पुनः संरक्षित करना चाहता है तो इसमें गलत क्या है। अविमुक्तेश्वरानंद ने रविवार को मंदिरों के जीर्णोद्धार पर भागवत के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि जब उन्हें सत्ता चाहिए थी, तब वे मंदिरों के बारे में बोलते रहे। अब जब उनके पास सत्ता है, तो वे मंदिरों की तलाश न करने की सलाह दे रहे हैं।

शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने गृहमंत्री अमित शाह के बयान की अलोचना की है। उन्होंने कहा कि संसद में धक्का मुक्की प्रकरण की वजह अमित शाह का संसद में अंबेडकर पर बयान दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि, इन्हें अंबेडकर के नाम से तकलीफ होती है, उन्होंने कहा कि देश में अंबेडकर की विचारधारा के लोग अधिक हैं। इसलिए हर कोई अंबेडकर के नाम का अपनी राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रहा है। शंकराचार्य ने बांग्लादेश मे हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार की निंदा करते हुए कहा कि, भारत मे अवैध रूप से प्रवास कर रहे 8 करोड़ बांग्लादेशियो को लेकर केंद्र सरकार को कड़े कदम उठाते हुए वापस बांग्लादेश भेजना चाहिए। जब 8 करोड़ बांग्लादेशी वापस अपने देश मे जायेंगे, तब उनके बोझ से बांग्लादेश की अक्ल ठिकाने आएगी।