kanwar yatra 2023: 4 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है। जिसको लेकर शासन और हरिद्वार प्रशासन की ओर से तैयारियां युद्ध स्तर पर जारी है। प्रशासन ने 30 जून तक सभी तरह की तैयारियां पूरी करने का दावा किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्धार पहुंचकर कांवड़ मेले की तैयारियों का अपडेट लिया। इस दौरान प्रशासन की ओर से कांवड़ को लेकर बनाए गए नियम और तैयारियों का प्रजेंटशन दिया। कांवड़ के लिए जो एसओपी बनाई गई है। जिसमें बताया गया कि कोई भी कांवड़ 12 फीट से ऊंची नहीं होगी। कांवड़िये कोई भी ऐसी सामग्री अपने साथ लेकर नहीं चलेंगे, जिससे नुकसान पहुंचने की संभावना हो। साथ ही व्यापारी भी इस तरह की कोई भी सामग्री की बिक्री नहीं करेंगे। जिलाधिकारी हरिद्वार धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि कांवड़ मेले के लिए 60 हजार वाहनों की क्षमता के लिए 13 पार्किंग स्थल बनाये गये हैं। इसके अलावा विशेष परिस्थितियों के लिए 03 अतिरिक्त पार्किंग स्थल आरक्षित हैं।
उन्होंने कांवड़ यात्रा की तैयारियों के सम्बन्ध में आगे बताया कि कावंड़ मेले के लिये 2720 से अधिक शौचालय 640 से अधिक यूरेनल तथा मोबाइल शौचालयों की व्यवस्था की जा रही है। जिसके लिये 1200 से अधिक सफाई कार्मिक तैनात किये जा रहे हैं तथा आवश्यकता पड़़ने पर यह संख्या और बढ़ाई जायेगी। उन्होंने बैठक में स्वास्थ्य सम्बन्धी तैयारियों की जानकारी देते हुये बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में 21 स्वास्थ्य कैम्प लगाये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त सभी अस्पतालों में हर तरह के इलाज की व्यवस्था की जा रही है। जिलाधिकारी ने कांवड़ मेले की एसओपी का उल्लेख करते हुये बताया कि कोई भी कांवड़ 12 फीट से ऊंची नहीं होगी। कांवड़िये कोई भी ऐसी सामग्री अपने साथ लेकर नहीं चलेंगे। जिससे नुकसान पहुंचने की संभावना हो तथा व्यापारी बन्धु भी इस तरह की कोई भी सामग्री की बिक्री नहीं करेंगे।
कांवड़ियों को निर्धारित ध्वनि प्रदूषण के नियमों का पालन करना होगा। जिलाधिकारी ने बताया कि कांवड़ मेले से सम्बन्धित सारी व्यवस्थायें 30 जून तक पूरी कर ली जायेंगी। बैठक में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को कांवड़ मेले के संचालन के लिये बनाई गयी व्यवस्था के सम्बन्ध में बताया कि कांवड़ मेले को 12 सुपर जोन, 32 जोन और 134 सेक्टरों में बांटा गया है। जिसके पूरे संचालन के लिये पांच नोडल अधिकारी नामित किये गये हैं। हरिद्धार के जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने कांवड़ यात्रा की समयावधि, विभिन्न राज्यों से आने वाले कांवड़ियों का क्या अनुपात है, कावंड़ यात्रा के क्या.क्या नियम रहेंगे, कांवड़ मार्गों का विवरण, वैकल्पिक मार्गों का विवरण, कांवड़ यात्रा की क्या.क्या चुनौतियां हैं, रोड़ीबेलवाला, बैरागी कैम्प सहित पार्कों में की गयी व्यवस्था, कावंड़ यात्रा के सफल संचालन के लिये नोडल अधिकारियों की नियुक्ति,सरकारी तथा गैर सरकारी प्रमुख स्टेक होल्डर कांवड़ यात्रियों की सुविधा के लिए क्या.क्या व्यवस्थायें की जा रही है। कांवड़ मेले की दृष्टि से स्वास्थ्य, नगर निगम, विद्युत, सिंचाई, लोक निर्माण आदि विभागों द्वारा की जा रही तैयारियों आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी।