देहरादून: साल 2017 से उत्तराखंड में लगातार हर साल किए जाने वाले खेल महाकुंभ का इस साल 1 अक्टूबर से आगाज होने जा रहा है। इस खेल महाकुंभ में न्याय पंचायत स्तर से राज्य स्तर तक के हुनरमंद खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। ये खेल महाकुंभ तकरीबन 4 महीनों तक चलेगा। खेल महाकुंभ में अलग-अलग विधाओं के खिलाड़ियों को तराशा जाएगा। हर एक न्याय पंचायत स्तर से शुरू होने वाले खेल महाकुंभ का रायपुर स्थित राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में उद्घाटन कार्यक्रम किया जाएगा। जिसमें राज्यपाल गुरमीत सिंह और खेल मंत्री रेखा आर्य मौजूद रहेंगी।
हर नए पंचायत स्तर पर आज से खेल महाकुंभ की शुरुआत हो जाएगी। आने वाले जनवरी माह तक न्याय पंचायत स्तर से ब्लॉक स्तर ब्लॉक स्तर से डिस्ट्रिक्ट लेवल और फिर राज्य स्तर तक खेल प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी। खेल निदेशक जितेंद्र कुमार सोनकर ने बताया पिछले साल तकरीबन सवा दो लाख छात्रों ने इस खेल महाकुंभ में भाग लिया था। इस बार इस लक्ष्य को बढ़ाकर तकरीबन ढाई लाख किया गया है। खेल निदेशक जितेंद्र कुमार सोनकर ने बताया इस खेल महाकुंभ का मकसद उत्तराखंड के सुदूर ग्रामीण अंचलों में मौजूद प्रतिभा को निखार कर बाहर लाना है। उन्होंने कहा इसी का असर है कि आज नेशनल गेम्स में उत्तराखंड के खिलाड़ी अपना लोहा मनवा रहे हैं।
खेल निदेशक जितेंद्र कुमार ने बताया 1 अक्टूबर से 15 जनवरी तक आयोजित होने वाले इस खेल महाकुंभ में तकरीबन 10 करोड़ का बजट रखा गया है। इस खेल महाकुंभ के तहत सबसे पहले ग्रामीण क्षेत्रों से न्याय पंचायत स्तर पर खिलाड़ियों का चयन किया जाता है। जहां पर दो आयु वर्ग और 3 विधाओं में छात्रों को ब्लॉक स्तर तक चयनित किया जाता है। वहीं, ब्लॉक स्तर से 3 आयु वर्ग और 4 विधाओं में खिलाड़ियों को डिस्ट्रिक्ट लेवल तक और उसके बाद फिर स्टेट लेवल तक आते हैं। दिसंबर या जनवरी में इस महाकुंभ का समापन होगा। जिसके बाद पूरे उत्तराखंड से हुनरमंद खिलाड़ियों को चुना जाएगा। यही खिलाड़ी आगे जाकर उत्तराखंड का नाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकाएंगे।