उत्तराखंड में इस बार भारी तबाही मचाने के बाद मानसून औपचारिक रूप से विदा हो गया है। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना हुआ है, लेकिन करीब दो माह प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में आसमान में जमकर आफत बरसी। Uttarakhand Monsoon Season Ends इस मानसून सीजन मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार कुल 22 फ़ीसदी ज्यादा बारिश हुई। पहाड़ों में भले मौसम सुहाना हो रहा लेकिन मैदानी इलाकों में चटक गर्मी परेशानी बढ़ा रही है। आंकड़ों पर नजर डाले तो दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री के इजाफे पर दर्ज किया जा रहा है। रविवार को यहां अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री रहा। जबकि रात का न्यूनतम तापमान भी सामान्य से तीन डिग्री बढ़ोतरी के साथ 22.6 डिग्री रहा।
मानसून के इन चार महीनों में उत्तराखंड ने कई भयावह आपदाओं का सामना किया। बादल फटने और भूस्खलन से बड़ी संख्या में लोग मारे गए और सैकड़ों परिवार प्रभावित हुए। सड़कों, पुलों और मकानों को भारी क्षति पहुंची। सबसे ज्यादा तबाही पर्वतीय जिलों में देखने को मिली। धराली, थराली, सैंजी, सहस्रधारा जैसे कई गहरे घाव देकर अब मानसून विदा हो गया। देहरादून में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है, जो 1972 मिमी रिकार्ड वर्षा हुई है। टिहरी, हरिद्वार और अल्मोड़ा में सामान्य से अधिक वर्षा हुई। इन तीन जिलों में सामान्य से 20 प्रतिशत अधिक वर्षा रिकार्ड की गई है। प्रदेश के अन्य जिलों में मानसून सामान्य के आसपास ही बरसा है। इधर सरोवर नगरी मे शुक्रवार को मौसम सामान्य रहा। धूप पूरे दिन खिली रही। जीआईसी मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अधिकतम तापमान 28 व न्यूनतम 18 डिग्री सेल्सियस रहा।