उत्तराखंड में मानसून की बारिश ने मचाया कहर, 148 सड़कें बंद, जीवन अस्त व्यस्त, जगह जगह फसे यात्री

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देहरादून: प्रदेश में भारी बारिश लोगों पर कहर बनकर टूट रही है। बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर बह रहे हैं। कहीं पहाड़ टूटने, पुश्ता ढहने, घर क्षतिग्रस्त होने, सड़के धंसने की खबरें है। ऐसे में मौसम विभाग ने पहाड़ पर सफर करने से बचने का अलर्ट किया है। साथ ही सतर्क रहने की बात कहीं है। यदि बहुत ज्यादा जरूरी हो तभी सावधानी के साथ मूवमेंट करें। वहीं वहीं पौड़ी और नैनीताल में भारी बारिश की आशंका को देखते हुए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है।

बरसात से हुए भूस्खलन से केदारनाथ हाईवे पर गोपेश्वर-चोपता कुंड केदारनाथ हाइवे पर वॉश आउट होने से बाधित हो गया है। बारिश की वजह से घाट दांगी पुल बह गया है।साथ ही, घिंघराण पुल भी क्षतिग्रस्त हुआ। हाईवे और सड़कें बंद होने से जगह-जगह यात्री फंस गए हैं। राहत की बात है कि बद्रीनाथ केदारनाथ हाईवे यातायात के लिए सुचारू है। हालांकि सुबह के दौरान केदारनाथ हाईवे मुनकटिया में मलबा आने से बाधित रहा, किंतु शीघ्र से खोल दिया गया। वहीं बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ में पत्थर गिरने का सिलसिला जारी है, जिससे यातायात के दौरान मुश्किलें हो रही है।

पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी थल मोटर मार्ग में बिर्थी के पास द्वालीगाड़ में पुल ध्वस्त हो गया है। कालसी चकराता राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कालसी क्षेत्र में चार मोटर मार्ग सडक पर मलबा आने के कारण बंद रहे। कालसी चकराता मोटर मार्ग पर जजरेट के पास आज सुबह भारी मलबा आ गया। लोनिवि ने दोनों ओर से जेसीबी लगाकर करीब तीन घंटे बाद मार्ग को खुलवा कर यातायात शुरु करवाया। उधर अन्य मार्गों में बिजऊ-खतार, बडऊ-जंदेऊ व काहनेर- पुनाह मार्ग भी बंद है। बारिश के रेड अलर्ट को देखते हुए एसडीआरफ और आपदा प्रबंधन टीम को 24 घंटे अलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा भूस्खलन वाली जगहों को चिन्हित कर जेसीबी तैनात की गयी हैं।