पौड़ी: बीरोंखाल के सिमड़ी में हुए बस हादसे में मृतकों की संख्या 33 तक पहुंच गई। इनमें से वाहन चालक समेत 31 लोगों के शव खाई से निकाले गए जबकि दो ने इलाज के दौरान दम तोड़ा। इनमें से 23 की शिनाख्त कर ली गई है। 19 लोग अभी भी घायल हैं। हादसे के बाद कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है। कांग्रेस का कहना है कि उत्तराखंड में सड़कों की हालत खस्ताहाल है। आए दिन लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं, जिस पर सरकार लगाम नहीं लगा पा रही है।
उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने बीरोंखाल विकासखंड के सिमड़ी में हुई बस दुर्घटना की न्यायिक जांच की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि सड़क की हालत, वाहन चालक और अन्य व्यवस्थाओं की जांच के लिए सरकार तत्काल एक न्यायिक आयोग का गठन करे, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। इसके अलावा उन्होंने गढ़वाल और कुमाऊं की खस्ताहाल सड़कों का भी जिक्र किया। धीरेंद्र प्रताप ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से भी आग्रह किया है कि वे हेलीकॉप्टर से हवाई दौरों की बजाय कार से दौरा करें, ताकि जमीनी हकीकत का पता चल सके।
उन्होंने कहा कि पहाड़ की सड़कें जानलेवा साबित हो रही हैं। आए दिन हादसे हो रहे हैं। लेकिन सरकार इस पर गंभीर नहीं है। इससे पहले भी धुमाकोट में ऐसी ही दुर्घटना हुई थी, लेकिन आज तक लोगों को मुआवजा नहीं मिल पाया है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि सड़कों की कटिंग कैसे हो रही है? इंजीनियर सड़कों का कैसा नक्शा बना रहे हैं। पहाड़ों में वाहन चालक शराब पीकर गाड़ी चलाते हैं, लेकिन कहीं पर भी फ्लाइंग स्क्वायड नजर नहीं आते हैं, जो इन सब पर लगाम लगाएं।