केदारसभा ने चारधाम कपाट बंद होने से पहले बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष को हटाने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर केदारसभा ने तीर्थ पुरोहित समाज और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर जनांदोलन की चेतावनी दी है। Badri Kedar Mandir Samiti शुक्रवार को केदारसभा की ओर से मुख्यमंत्री को पत्र भेजा गया। जिसमें कहा गया कि बीकेटीसी अध्यक्ष की कार्यशैली तीर्थ पुरोहित समाज और स्थानीय लोगों के साथ सही नहीं है। उनके व्यवहार से हर कोई परेशान है। केदारसभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने बताया वीआईपी दर्शन पर कंट्रोल नहीं किया जा रहा है। इसको लेकर कोई पॉलिसी नहीं बनाई जा रही है। भोगमंडी नजदीक होनी चाहिए। पुजारी आवास आज तक नहीं बना है। हजारों यात्री बिना दर्शन के ही लौट रहे हैं।
बीकेटीसी अध्यक्ष वीवीआईपी और वीआईपी के स्वागत में जुटे हैं। गर्भगृह में मंदिर समिति के कर्मचारियों की तानाशाही देखने को मिल रही है, सोना पिघल गया है। मंदिर समिति को चढ़ने वाले चढ़ावे का वारा-न्यारा किया जा रहा है। बदरी केदार मंदिर समिति का काम कार्यक्षेत्र में विस्तार, तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, चारधाम यात्रा के बेहतर प्रबंधन और समिति के कार्यों का कुशल संचालन करना है, मगर केदारसभा ने बीकेटीसी अध्यक्ष पर ऐसा न करने का आरोप लगाया है। केदार सभा (तीर्थ पुरोहित समाज श्री केदारनाथ) ने मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी को हटाने की मांग करते हुए तीखा विरोध दर्ज कराया है। केदार सभा ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि कपाट बंद होने से पूर्व अध्यक्ष को तत्काल नहीं हटाया गया तो पुरोहित समाज आंदोलन की राह पकड़ेगा।