Pithoragarh की इस लड़की को लोग ठोक रहे सलाम | Nikita Chand | Uttarakhand News

Share

उत्तराखंड की निकिता को लगे कामयाबी के पर…हौसलों के आगे हार गई बेबसी !
लगातार पहाड़ को गर्व से ऊंचा कर रही निकिता…अब फिर से मचाएंगी धमाल
निकिता के सेलेक्शन ने पूरे पिथौरागढ़ में जश्न…लोग एक दूसरे में बांट रहे मिठाई

अगर हम कुछ ठान लें तो ऐसा नहीं है वो काम नहीं हो पाएगा…बेटियों को लेकर बुरे सपने देखने वाले लोग…जो सोचते थे कि..बेटियां होने से उनका क्या होगा…कैसे शादी करेंगे..कैसे खर्च करेंगे..उनके लिए ये खबर तमाचे की तरह है…पहाड़ की बेटियां आसमान छूने को तैयार है…पहाड़ की बेटियां बुलंदियों तक पहुंचने को तैयार हैं…कहते हैं ना कि..हौसले अगर अडिग हों तो फिर क्या ही बात है…क्योंकि हौसलों के आगे तो बड़े से बड़े पहाड़ टूट जाते हैं…मांझी इसके गवाह हैं…जिन्होंने पहाड़ को तोड़कर रास्ता बना दिया था…फिर कामयाबी का खूंटा गाड़ने के लिए बेटियां कैसे पीछे रह सकती हैं…उनको भी तो उतना ही हक सफल होने का…जितना लड़कों को हैं…जमाने के अनुसार बेटी और बेटों में भेद रखने वालों के लिए ये किसी तमाचे कम नहीं है…क्योंकि जो काम आज कल बेटियां कर ले जा रही हैं…वो काम लड़के नहीं कर पाए रहे हैं…हर क्षेत्र में कोई भी क्षेत्र हो…बेटियों के परचम का झंडा फहर ही रहा है…कुछ ऐसा ही कमाल कर गई है…उत्तराखंड की बेटी ने…उत्तराखंड की बेटी अब इतिहास रचने जा रही है…और इस तरह से पहाड़ के नाम वो सम्मान हो जाएगा…जिसे लाने के लिए कई लोगों ने मेहनत की थी…हम बात कर रहे हैं बॉक्सर बेटी निकिता चंद की…जिसकी जितनी तारीफ की जाए कम है….निकिता चंद ने दिखा दिया है कि…लोहे को भी पिघला कर वो उसे सोने का अवार्ड बना सकती है….क्योंकि निकिता के पास हो खूबियां हैं….निकिता ने जो भी किया है…हौसले पर किया है…और सिलसिला अभी भी जारी है….

जिंदगी खेलती भी उसी के सात है जो खिलाड़ी बेहतरीन है…. दर्द सबके एक से हैं मगर हौसले सबके अलग अलग हैं…..कोई हतास हो के बिखर जाता है तो कोई संघर्ष करके निखर जाता है… पिथौरागढ़ के बड़ालू गांव निवासी बॉक्सर बेटी निकिता चंद के जज्बे और हौसले को दर्शाने के लिए ये पंक्तियां सटीक बैठती हैं….देवभूमि की यह बेटी अब आगामी तीन मार्च से 11 मार्च तक मान्टिग्रो के बुडवा शहर में होने जा रही यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करने को तैयार है……. निकिता के विदेशी धरती पर प्रदर्शन की खबर ने बॉक्सिंग से जुड़े खिलाड़ियों के साथ ही क्षेत्र के लोगों को खुशी से भर दिया है…..निकिता की सफलता की कहानी बहुत पुरानी है….. इससे पहले निकिता एशियन बॉक्सिंग, राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कई पदक अपने नाम कर चुकी हैं….. निकिता चंद ने वर्तमान में बिजेंद्र बॉक्सिंग क्लब पिथौरागढ़ के संस्थापक, प्रशिक्षक बिजेंद्र मल्ल से बॉक्सिंग की बारीकियां सीख रही हैं….. वह इससे पहले जुलाई 2021 में सोनीपत हरियाणा में हुए जूनियर नेशनल बॉक्सिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल किया था…अगस्त 2021 में दुबई में हुए अंतरराष्ट्रीय जूनियर और यूथ बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए स्वर्ण पदक भी हासिल कर चुकी हैं…इतना ही नहीं मार्च 2022 में जार्डन में हुई एएसबीसी एशियन यूथ और जूनियर बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भी उन्होंने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था….ऐसे में अब मान्टिग्रो के बुडवा शहर में होने जा रही यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व करने का गौरव भी निकिता चंद के हिस्से आया है… इस खबर ने उत्तराखंड के खेल प्रेमियों को गर्व का एहसास कराया है…क्योंकि निकिता ने साबित कर दिया है कि..हौसले को पर लगाने के लिए वो किसी भी मेहनत से पीछे नहीं हटने वाली हैं…क्योंकि मेहनत का नतीजा हमेशा फल देता है…जो निकिता के साख हो रहा है….