भारत-चीन सीमा पर स्थित माणा में गरजे PM मोदी, 130 करोड़ देशवासियों से की ये अपील…

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को उत्तराखंड दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने केदार नाथ धाम और बदरी विशाल के दर्शन किए। इसके बाद पीएम, भारतीय सीमा पर बसे आखिरी गांव माणा गांव गए। यहां पीएम ने एक सभा को संबोधित की। माणा गांव भारत का अंतिम गांव के रूप में जाना जाता है। लेकिन मेरी लिए सीमा पर बसा हर गांव देश का पहला गांव है। पीएम मोदी ने कहा कि देश की सीमा पर बसे ये गांव हमारे देश के सशक्त प्रहरी हैं। साथ ही उन्होंने यात्रियों से अपील भी की। मैं सभी 130 करोड़ देशवासियों को हिंदुस्तान के उस गांव से बता रहा हूं जो चीन के सीमा पर रखवाली करने वाले इस गांव से बोल रहा हूं। आप किसी भी जगह जाएं। मैं देश के सभी पर्यटकों से अपील करता हूं कि वे अपने यात्रा बजट का कम से कम 5% स्थानीय उत्पादों को खरीदने पर खर्च करें।

पीएम ने कहा – आज बाबा केदार और बद्री विशाल जी के दर्शन करके मन प्रसन्न हो गया, जीवन धन्य हो गया। PM ने कहा- आस्था के ये केंद्र सिर्फ एक ढांचा नहीं बल्किऐसे शक्तिपुंज हैं, हमारे लिए प्राणवायु की तरह हैं। वो हमारे लिए जो कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी हमें जीवंत बनाए रखते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा- जब पहाड़ पर रेल, रोड और रोपवे पहुंचते हैं, तो अपने साथ रोजगार लेकर आते हैं। जब पहाड़ पर रेल रोड और रोपवे पहुंचते हैं, तो ये पहाड़ का जीवन भी आसान बनाते हैं। पीएम ने कहा- 21वीं सदी के विकसित भारत के निर्माण के दो प्रमुख स्तंभ हैं। पहला- अपनी विरासत पर गर्व, दूसरा- विकास के लिए हर संभव प्रयास।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कह कि पूर्व की सरकारों में जिन इलाकों को देश की सीमाओं का अंत मानकर नजरअंदाज किया गया था। वहां से हमने समृद्धि के आरंभ को माना। काम की शुरुआत की। पहले देश का आखिरी गांव मानकर जिसकी उपेक्षा की जाती थी, हमने वहां के लोगों की अपेक्षाओं पर फोकस किया। पीएम मोदी ने इसके जरिए हिमाचल प्रदेश से लेकर गुजरात के सीमावर्ती इलाकों तक किए गए कार्यों को संकेतों में जोड़ने का प्रयास किया। उत्तराखंड सरकार के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद कार्यों की गति को बढ़ाए जाने पर भी खुशी जाहिर की।