PM Narendra Modi का शिव और उत्तराखंड से क्या है कनेक्शन ! | Uttarakhand News

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पीएम मोदी का शिव और उत्तराखंड से क्या है कनेक्शन !… किस चमत्कारी शक्ति को जागृत करने आते है उत्तराखंड
चुनावी साल में ‘बाबा’ के दरबार में क्यों पहुंचते है पीएम मोदी… जब-जब बाबा के दरबार में मोदी आए… उसका मिला परिणाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब-जब बाबा के पास पहुंचे… बदल गई उनकी किस्मत… विरोधियों के इरादे हो गए ध्वस्त

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर महादेव के शरण में आए… तो हर किसी की जुबां पर एक ही सवाल है…. पीएम मोदी का शिव और उत्तराखंड से क्या कनेक्शन है…हर बार की तरह इस बार भी 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी उत्तराखंड की यात्रा पर क्यों आए… उनके उत्तराखंड आने के पीछे क्या है मकसद है… जब भी चुनाव से पहले मोदी उत्तराखंड की यात्रा पर आते हैं… तो उसके क्या परिणाम आते हैं… हम जो इस रिपोर्ट में बताने जा रहे हैं… जो रिकॉर्ड दिखाने जा रहे हैं… पीएम मोदी के उत्तराखंड आने के बाद बीजेपी के पक्ष में चुनावी परिणाम का स्ट्राइक रेट कितना होता है… उसे देखेंगे तो यकीन मानिए हैरान हो जाएंगे… राहुल से लेकर अखिलेश देखेंगे तो यही कहेंगे प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी पर साक्षात महादेव की कृपा है… यही कहेंगे इसलिए बीजेपी जीतती है… इसलिए हार के नजदीक पहुंचने के बाद भी बीजेपी शानदार तरीके से जीत दर्ज कर लेती है… पीएम मोदी के उत्तराखंड आने से बीजेपी की सियासत को चुनावी काल में कितनी रफ्तार मिलती है… इसे जानने के लिए इस रिपोर्ट को आखिर तक जरूर देखिए….
दरअसल चुनावी साल में एक बार फिर पीएम मोदी ‘बाबा’ के शरण में पहुंचे हैं… पीएम मोदी ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले से आदि कैलाश के दर्शन किए… नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने आदि कैलाश का दर्शन किया है…देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं… करीब एक साल बाद केंद्र में लोकसभा की ‘अग्निपरीक्षा’ भी है… केंद्र में सत्ता पर काबिज भाजपा से लेकर विपक्षी गठबंधन INDIA के नेता अलग-अलग मुद्दों पर जनता के बीच जा रहे हैं… उधर, पीएम मोदी अपने चीर-परिचित अंदाज में चुनाव से ठीक पहले एक बार फिर ‘बाबा भोलेनाथ’ के शरण में आए… वैसे ऊंचे पर्वतों के बीच बसी आस्था की धरती ‘उत्तराखंड’ प्रधानमंत्री मोदी के लिए नया नहीं है… पीएम मोदी पहले भी कई बार देवभूमि जाकर बाबा के सामने दंडवत होते रहे हैं। अब 2023 में पहले 5 राज्यों में विधानसभा और फिर 2024 की फाइनल फाइट का शंखनाद करने के लिए पीएम मोदी एक बार फिर बाबा के दरबार पहुंचे हैं…

नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद अब तक छह बार बाबा के शरण में जा चुके हैं
भोलेनाथ के शरण पीएम मोदी का ये सातवां दौरा है।
पहली बार 3 मई 2017
दूसरी बार 19 अक्टूबर 2017
तीसरी बार 7 नवंबर 2018
चौथी बार 18 मई 2019
पांचवी बार 5 नवंबर 2021
छठी बार 21 अक्टूबर 2022
और अब 7वीं बार महादेव की दरबार में आए हैं

पीएम मोदी का आध्यात्म प्रेम उनके राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश से पहले भी दिखा था… नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे, तब नवरात्रि में उनके आध्यात्म प्रेम की तस्वीरें सामने आती थीं, लेकिन राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखने के बाद बाबा के प्रति उनका प्रेम अचानक से सभी के सामने आ गया… ऐसा नहीं है कि बाबा के प्रति पीएम मोदी की आस्था नई है… नरेंद्र मोदी ने बचपन में जब घर छोड़ा था, तब वे करीब तीन साल तक हिमालय की गोद में रहे थे, जहां उन्हें तपस्या और साधना में अपना पूरा वक्त गुजारा…प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद पीएम मोदी और उनके शिव मंदिरों में जाने का दौर चलता आ रहा है… पीएम मोदी ने लोगों का ध्यान तब खींचा जब वे 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों से ठीक पहले केदारनाथ गए… केदारनाथ में मोदी ने शिव की आराधना की और इसके बाद वो कई घंटों तक रुद्र गुफा में रहे… यहां पीएम मोदी ने भगवा वस्त्र धारण कर ध्यान लगाया… करीब 17 घंटे तक गुफा में ध्यान के बाद पीएम मोदी लौटे थे…पीएम मोदी जब-जब बाबा के पास पहुंचे बदल गई किस्मत… गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले 21 अक्टूबर 2022 को पीएम मोदी केदारनाथ आए थे, जिसके बाद गुजरात में BJP ने अपना अब तक का सबसे सर्वश्रेठ प्रदर्शन किया…उत्तराखंड विधानसभा के चुनाव से पहले 5 नवंबर 2021 को मोदी केदारनाथ धाम गए थे… इसके बाद राज्य में पहली बार बीजेपी की लगातार दूसरी बार सरकार बनी… 2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार खत्म होने के अगले ही दिन पीएम मोदी 18 मई 2019 को केदारनाथ पहुंचे थे… उसके बाद पहली बार BJP को केंद्र में 303 सीटें मिली और लगातार दूसरी बार केंद्र में मोदी सरकार बनी… अब ये सातवीं बार महादेव को अपने अंतर्मन की बात पहुंचाने के लिए आए हैं… देखना है… इसका कितना प्रभाव पड़ने वाला है…