रुद्रप्रयाग जिले के मद्महेश्वर घाटी में बारिश का तांडव देखने को मिला है। अस्थाई पुल बहने से मदमहेश्वर धाम में लगभग 50 तीर्थ यात्रियों फंस गए हैं। Rudraprayag Rain Damage द्वितीय केदार मदमहेश्वर यात्रा के आधार शिविर बनातोली में मोरखंडा नदी पर बना लकड़ी का अस्थायी पुल नदी की तेज धाराओं में समा गया है। केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के अनुसार मद्महेश्वर धाम में लगभग 50 तीर्थ यात्रियों सहित स्थानीय व्यापारी फंस गए हैं। मदमहेश्वर घाटी में लगातार हो रही मूसलधार बारिश से मोरखंडा नदी के जल स्तर में निरन्तर वृद्धि देखने को मिल रही है। जिसके बाद आवाजाही ठप हो गई है।
वही, बारिश से ऊखीमठ-उनियाणा मोटर मार्ग पर भू धंसाव हो गया। जिससे 7 मत्स्य पालन टैंक मलबे की चपेट में आ गए। मलबा आने करीब 23 लाख रुपए के नुकसान होने का अनुमान है। मत्स्य पालन टैंक के साथ काश्तकारों की फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। वहीं, 5 परिवारों के आवासीय भवन खतरे की जद में आ गए हैं। ऊखीमठ-उनियाणा मोटर मार्ग पर भू धंसाव होने का कारण बरसाती पानी की निकासी न होना माना जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि मोटर मार्ग का बाकी हिस्सा और धंसता है तो उनियाणा-रांसी के बीच आवागमन बाधित हो सकता है। इसके अलावा मोटर मार्ग पर भू धंसाव होने से 11 केवी विद्युत लाइन भी खतरे की जद में आ गई है।