उत्तराखंड में मानसून बारिश कहर बनकर बरस रही है। यमुनोत्री में मां यमुना का रौद्ररूप दिखा। The Fierce Form Of Yamuna River अतिवृष्टि के कारण यमुनोत्री धाम में मंदिर परिसर को भारी नुक़सान होने की जानकारी सामने आई है। जानकीचट्टी में भी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भारी बारिश से नुकसान हुआ है। मंदिर समिति के कार्यालय, रसोईघर आदि को भी नुकसान पहुंचा है। जानकीचट्टी में अतिवृष्टि से जानकीचट्टी पार्किंग के नीचे भूकटाव होने की जानकारी सामने आई है। जानकीचट्टी में खरशाली गांव को जाने वाले पुल से पहले यमुना नदी ने भूकटाव किया। जिसमें यमुना का रौद्र रूप साफ नजर आ रहा है। इन जगहों पर रहने वाले लोगों के बीच देर रात से अफरा तफरी का माहौल है। अतिवृष्टि से नुकसान का जायजा लेने के लिए प्रशासन की टीम मौके पर रवाना हो गई है।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने यमुनोत्री क्षेत्र में बीती रात अतिवृष्टि होने के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने और तात्कालिक रुप से आवश्यक सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के लिए उपजिलाधिकारी बड़कोट सहित संबंधित विभागों को मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार तहसीलदार बड़कोट के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम जानकीचट्टी क्षेत्र में पहुंच चुकी है। एसडीआरएफ, पुलिस तथा प्रशासन के कार्मिको ने जानकीचट्टी क्षेत्र में नदी के तटवर्ती क्षेत्र के भवनों को रात में ही खाली कराकर प्रभावित लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचा दिया था। यमुना नदी के आस पास के किनारे राणा चट्टी, हनुमान चट्टी, स्याना चट्टी, पाली गाड़ में पुलिस संचार माध्यम से रात्रि में ही लोगों को सतर्क कर दिया गया था।