हरिद्वार में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का रीजनल कॉन्क्लेव, 37820.47 करोड़ का निवेश तय

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के रीजनल कॉन्क्लेव में प्रतिभा किया। हरिद्वार में 185 एमओयू, जिसकी कुल धनराशि 23682.38 करोड़ रुपये निवेश है।

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार में ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2023 के तहत शुक्रवार को हुए क्षेत्रीय निवेश कॉन्क्लेव में प्रतिभाग किया। Regional Investment Conclave इस दौरान उन्होंनेे कहा कि आठ और नौ दिसम्बर को आयोजित होने वाले ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं। लंदन, दुबई, अबूधाबी, चेन्नई, अहमदाबाद, मुंबई और रुद्रपुर में निवेशकों से मुलाकात का असर यह रहा कि अब तक प्रदेश में दो लाख करोड़ से अधिक निवेश हो चुका है। उन्होंने राज्य में आर्थिक विकास, निवेश प्रोत्साहन और रोजगार के लिए जनपद हरिद्वार, देहरादून के लिए मिले 304 प्रस्तावों पर हस्ताक्षर किए। इन प्रस्तावों से कुल 37820.47 करोड़ रुपये का निवेश तय हो गया है। कार्यक्रम में ही कई उद्यमियों को अनुबंध पत्र भी प्रदान किया गया। इसमें जनपद हरिद्वार में 185 एमओयू, जिसकी कुल धनराशि 23682.38 करोड़ रुपये निवेश है।

हरिद्वार पहुंचे सीएम धामी ने कहा हम उत्तराखंड की जीटीएसपी का आंकलन कर रहे हैं। सीएम धामी ने कहा राज्य में एक बार फिर से उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा। जिससे हमारे यहां के नौजवानों को रोजगार मिलेगा। इससे पलायन कम होगा। सीएम धामी ने कहा पीएम मोदी की प्रेरणा से हम बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा सभी प्रस्तावित एमओयू का आंकलन करके उसे धरातल पर उतारने के लिए उनकी सरकार काम कर रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद हरिद्वार डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने अपने संबोधन में सिडकुल का उल्लेख करते हुए कहा कि यहां से लाखों लोगों को रोजगार मिला। हरिद्वार सिडकुल के मॉडल की चर्चा सभी जगह हो रही है। उत्तराखंड के अंतिम छोर में खड़े व्यक्ति तक विकास की धारा पंहुचाने और पलायन को रोकने के संकल्प के साथ कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री ने खुद को संकल्पित बताया। उन्होंने कहा कि रोजगार के अवसरों में वृद्धि करना अत्यंत आवश्यक है। औद्योगिक क्षेत्र में जब तक निवेश नहीं बढ़ेगा तब तक रोजगार के अवसरों में वृद्धि संभव नहीं हो सकती।