Uttarakhand BJP: उत्तराखंड में भाजपा लोकसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह से मैदान में उतर चुकी है। शीर्ष नेतृत्व से लेकर प्रदेश संगठन उत्तराखंड में पांचों सीटें जीतने के लिए रणनीति तैयार करने में जुटी है। उत्तराखंड में भाजपा ने हारी हुई सीटें और एससी एसटी वर्ग को साधने के लिए कार्यक्रम जारी कर दिए हैं। विधानसभा चुनाव में हारी हुईं 23 सीटों पर भाजपा ने जीत के लिए सांसदों की जिम्मेदारी तय कर दी है। 6 से 17 नवंबर तक सांसद विधानसभा क्षेत्रों में प्रवास करेंगे। पार्टी ने हारी सीटों को 60 प्रतिशत अधिक मतों से जीतने का लक्ष्य रखा है। लगातार दो बार से भाजपा उत्तराखंड में पांचों सीट जीतती आ रही है। इस बार भाजपा ये इतिहास दोहराना चाहती है। इसके लिए कमजोर कड़ियों पर भी काम किया जा रहा है।
भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती हरिद्वार और नैनीताल सीट बना हुआ है। इन सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। साथ ही कांग्रेस के सबसे ज्यादा विधायक भी इन्हीं जिलों से जीतकर आए थे। सांसद रमेश पोखरियाल निशंक को हरिद्वार ग्रामीण, खानपुर और ज्वालापुर विस क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई है। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा का फोकस हारी हुईं विधानसभा सीटों पर है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने बताया कि पौड़ी के सांसद तीरथ सिंह रावत को द्वाराहाट, बदरीनाथ, अल्मोड़ा सीट की जिम्मेदारी की गई है। राज्यसभा सांसद नरेश बंसल को भगवानपुर, मंगलौर, पिरान कलियर, नैनीताल सांसद अजय भट्ट को खटीमा, नानकमत्ता, किच्छा और हल्द्वानी, अल्मोड़ा से सांसद अजय टम्टा को धारचूला, पिथौरागढ़ और लोहाघाट, राज्यसभा सांसद डॉ.कल्पना सैनी को झबरेड़ा, लक्सर और जसपुर, टिहरी से सांसद माला राज लक्ष्मी शाह को प्रताप नगर, यमुनोत्री और चकराता सीट की जिम्मेदारी सौंपी गई है।