हरिद्वार: आजादी का अमृत महोत्सव लोगों के दिलों-दिमाग में रच-बस चुका है। हर कोई अपने प्यार तिरंगे को अपने सीने से लगाए फिर रहा है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हर घर तिरंगा अभियान की अपील ने तिरंगे के प्रति ऐसा जुनून पैदा किया कि यह अभियान जन-जन का बन गया। घर-घर तिरंगा पहुंचाने का बीड़ा खुद देश के नागरिकों ने उठा लिया। आम हो या खास कोई भी व्यक्ति तिरंगे के प्रति अपने अटूट प्रेम का प्रदर्शन करने से नहीं चूका। लेकिन उत्तराखंड के पूर्व सीएम और भाजपा के दिग्गज नेता डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक अपने कार्य में इतने व्यस्त हैं कि वो अपने कार्यालय पर झंडा फहराना तक भूल गए हैं।
आपने चिराग तले अंधेरा होना मुहावरा सुना होगा। अगर किसी को अपनी बुराई नही दिख रही हो और वह किसी और को गलत बताता जा रहा है तो यह कहा जाता है की इसके तो चिराग तले अंधेरा है। भारतीय जनता पार्टी जहां पूरे देश में हर घर तिरंगा अभियान को बड़ी रूप रेखा दे रही है। तो वही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे और मौजूदा हरिद्वार से सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक अपने कार्य में इतने व्यस्त हैं कि वह अपने कार्यालय पर झंडा फहराना तक भूल गए हैं।
पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक हर घर तिरंगा कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे हुए हैं और कई जगहों पर जाकर हर घर तिरंगा यात्रा में शिरकत कर रहे हैं। लेकिन हरिद्वार में उनके कार्यालय पर तिरंगा झंडा नहीं फहराया गया है। कहीं ना कहीं ये सांसद रमेश पोखरियाल निशंक की लापरवाही की ओर इशारा करता है।आजादी के 75 साल पूरे होने पर देश स्वतंत्रता दिवस को अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। उत्तराखंड में भी आजादी का जश्न मनाया जा रहा है। जिसको सफल बनाने के लिए भाजपा के नेता दिन रात जुटे हुए हैं। लेकिन ऐसी भूल निन्दनीय है।