उत्तराखंड को हिला कर रख देने वाली घटना से गुस्से में ग्रामीण हैं, इधर मुकदमा दर्ज हो चुका है थराली से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। नगर पंचायत अध्यक्ष की नाबालिग बेटी के साथ हुई छेड़छाड़ की कोशिश ने हर किसी को चौंका दिया है। सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि इस सनसनीखेज घटना का खुलासा खुद अध्यक्ष ने एक वीडियो जारी कर किया है, सवाल उठ रहे हैं — क्या वर्दी में छिपा दरिंदा? और अब क्या होगी कार्रवाई? दगड़ियो ये घटिया किस्म खबर अपने उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली नगर पंचायत क्षेत्र से आई, एक बेहद शर्मनाक और दिल दहला देने वाली खबर। नगर पंचायत अध्यक्ष की नाबालिग बेटी के साथ छेड़छाड़ का प्रयास हुआ है, जो न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि पूरे राज्य में चर्चा का विषय बना गया। इस घटना ने जहां एक ओर इलाके के लोगों को आक्रोशित किया है, वहीं दूसरी ओर समाज में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के सवाल भी फिर से उठ खड़े हुए हैं। खास बात यह है दगड़ियो कि इस मामले का खुलासा खुद नगर पंचायत अध्यक्ष ने एक वीडियो जारी करके किया, जिसने मामले को और गंभीरता से उजागर किया। दोस्तो ये महिला उस नाबालिक की मां है जो आरोप लगा रही, नाबालिक की मां का कहना है कि नाबालिग बेटी के साथ कैंटीन में तैनात एक जवान द्वारा छेड़छाड़ की। पीड़िता ने बहाने से उसे कैंटीन में बुलाया गया, जहां जवान ने छेड़छाड़ की कोशिश की। नाबालिग ने विरोध किया और भागकर घर पहुंचकर अपनी मां को पूरी घटना बताई।
दोस्तो इस मामले में नगर पंचायत अध्यक्ष ने खुद सामने आकर वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने पूरी घटना का खुलासा किया और आरोपी जवान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उधर इस शर्मनाक घटना के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा भी साफ दिखाई दिया है। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं, लोग यह मांग कर रहे हैं कि आरोपी को जल्द से जल्द सख्त सजा दी जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, लेकिन दोस्तो मै आपको बता दूं कि रविवार को थराली के राड़ीबगड़ आर्मी के सीएसडी कैंटीन में तैनात एक हवलदार पर पास ही में रहने वाले परिवार की एक नाबालिग बच्ची से छेड़छाड़ के प्रयास का आरोप लगा। पीड़िता के परिजनों ने आरोप लगाया कि दोपहर को जब उनकी नाबालिग लड़की अपने कुत्ते को घुमाने के लिए ले जा रही थी तो सीएसडी में तैनात हवलदार नाबालिग को बहला फुसलाकर कैंटीन के अंदर ले गया और उसके साथ गलत हरकत करने लगा। नाबालिग ने विरोध करते हुए जैसे तैसे खुद को हवलदार के चंगुल से छुड़ाया और भागकर घर आ गई। लड़की को बेचैन और घबराई स्थिति में देख परिजन भी परेशान हो गए। कुछ देर बाद जब बच्ची सुरक्षित महसूस करने लगी तो उसने अपने साथ घटित घटना के बारे में अपने परिजनों को बताया। घटना की जानकारी होते ही परिजनों ने स्थानीय पुलिस को भी सूचना दी। मामले की गंभीरता को देखते हए थराली थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ राड़ीबगड़ पहुंचे. इस दौरान मामले की जानकारी आसपास के ग्रामीणों को लगी तो वो भी परिजनों के साथ हवलदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। परिजनों और ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने हवलदार को हिरासत में लिया।
बताया जा रहा है कि रविवार होने के कारण कैंटीन में अवकाश था, उसके बावजूद भी हवलदार ने कैंटीन खोल रखी थी। घटना के बाद क्षेत्र में भारी रोष पनपने लगा है। उधर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।थराली पुलिस के मुताबिक सेना कैंटीन के हवलदार के विरुद्ध त्वरित विधिक कार्रवाई करते हुए POCSO व BNS की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ पीड़ित पक्ष को आश्वसन दिया गया कि आरोपी चाहे किसी भी पद या संस्था से जुड़ा हो, कानून के अनुसार उसके विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। साथ ही पुलिस का कहना है दोस्तो कि उनकी प्राथमिकता पीड़िता की सुरक्षा, उसकी निजता का संरक्षण और उसे त्वरित न्यायिक राहत उपलब्ध कराना है। पीड़ित परिवार को आवश्यक कानूनी सहायता और परामर्श भी उपलब्ध कराया जा रहा है। उधर दोस्तो उत्तराखंड समेत पूरे भारत में बच्चों और महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। ऐसे मामलों में अक्सर शिकार की आवाज दब जाती है, लेकिन यहां थराली के अध्यक्ष ने खुद अपनी बेटी के साथ हुई घटना को सार्वजनिक कर साहसिक कदम उठाया है। इससे एक संदेश जाता है कि हमें समाज में खुलेआम ऐसे मामलों को उठाना चाहिए और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए समर्थन देना चाहिए। सभी नागरिकों और प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि वे बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। स्कूल, घर और सार्वजनिक स्थानों पर बच्चों को सुरक्षित वातावरण मिले, इसके लिए कठोर नियम और जागरूकता अभियान चलाए जाएं।