उत्तराखण्ड नगर निकाय चुनाव में राष्ट्रीय पार्टियों से अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ षड़यंत्र रच रहे बागियों के खिलाफ भाजपा-कांग्रेस ने निष्कासन की कार्यवाही शुरू कर दी है। पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने पर बीजेपी ने 9 नेताओं को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। यह कदम पार्टी अनुशासन और एकता बनाए रखने के लिए उठाया गया है। साथ ही, भाजपा संगठन अन्य संभावित असंतुष्ट लोगों पर भी नजर बनाए हुए है, ताकि पार्टी विरोधी गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की जा सके।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर पार्टी के संविधान के अनुसार उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। जिसमें पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष केसर सिंह नेगी, प्रत्याशी के रूप में अध्यक्ष का चुनाव लड़ रही वीरा भंडारी, कुसुम चमोली, प्रियंका थपलियाल समेत सभासद के रूप में वार्ड नंबर 2 से शुभम रावत, दिनेश बिष्ट, वार्ड नंबर 4 से राकेश गौशाली, वार्ड नंबर 9 से रंजना और प्रियंका बहुगुणा जो पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे हैं। पार्टी ने सभी को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।