उत्तराखंड के चारों धाम में केदारनाथ धाम पहला मंदिर होगा जहां का प्रसाद भोग योजना के तहत प्रमाणित होगा। इसके लिए राज्य स्तर पर प्रशिक्षण व आडिट के साथ ही भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। केदारनाथ धाम के बाद राज्य के अन्य मंदिरों में भी यह प्रक्रिया अपनाई जाएगी। खाद्य सुरक्षा आयुक्त डा. पंकज कुमार पांडेय ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिलों को अब साप्ताहिक सैंपलिंग का लक्ष्य दिया गया है।
इसके साथ ही दूध व दूध से बने खाद्य पदार्थों, तेल, मसाले आदि की कमोडिटी आधारित सैैंपलिंग भी करायी जा रही है। उन्होंने बताया कि खाद्य पदार्थों को लेकर नवंबर से मार्च तक विशेष सर्विलांस अभियान चलाया जाएगा। जिसमें खाद्य तेल, शहद, चाय, घी आदि के 100 सैंपल प्रतिमाह लिए जाएंगे। खाद्य सुरक्षा आयुक्त के अनुसार राज्य की सीमाओं पर पुलिस, दुग्ध विकास व आरटीओ आदि के साथ मिलकर संयुक्त निरीक्षण की कार्वाई की जा रही है।
लैब को निर्देश, 14 दिन में दें रिपोर्ट
खाद्य सुरक्षा आयुक्त के अनुसार विभाग ने सबसे अहम कदम खाद्य पदार्थों के सैैंपल की रिपोर्ट को लेकर उठाया गया है। विगत वर्षों में जहां रिपोर्ट आने में लंबा समय लग जाता था, अब सुनिश्चित किया गया है कि 14 दिन के भीतर रिपोर्ट आवश्यक रूप से आ जाए। रुद्रपुर स्थित प्रयोगशाला को विशेष रूप से निर्देश जारी किए गए हैैं।
98 सैैंपल की जांच, 30 फेल
अक्टूबर माह में खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी रोकने के लिए विशेष अभियान संचालित किया गया। इस दौरान सभी 13 जिलों में दुग्ध उत्पाद, खाद्य तेल, बेसन, मसाले एवं मिठाई आदि के 523 नमूने लिए गए। प्रयोगशाला को प्राप्त 329 सैंपल के सापेक्ष अब तक 98 की जांच पूरी की जा चुकी है। जबकि 231 नमूनों की जांच प्रक्रिया में है। इन जांच में 68 नमूनों की रिपोर्ट सही पायी गई, जबकि 30 नमूने मानकों पर खरे नहीं उतरे। इस अवधि में 275 हाई रिस्क प्रतिष्ठान, मिठाई एवं अन्य निर्माण इकाईयों को निरीक्षण किया गया। नियमों के उल्लंघन पर 47 खाद्य कारोबारियों के विरुद्ध वाद दायर किए गए हैैं।
‘ईट राइट मेले का होगा नियमित आयोजन
डा. पांडेय ने बताया कि खाद्य कारोबारियों को जागरूक करने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। विभाग ‘ईट राइट मेलेÓ भी आयोजित करेगा। यह एक इंफोटेन्मेंट माडल होगा। जिसके जरिए आमजनमानस को सही खान-पान को लेकर जागरूक किया जाएगा। इसी क्रम में तीन 3 दिसंबर व 18 दिसंबर को हरिद्वार में मेले होंगे। वहीं खाद्य सुरक्षा व हाइजिन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राज्य में रेस्टोरेंट एवं होटल में हाइजिन रेटिंग शुरू की गई है। अब तक देहरादून व हरिद्वार के कुल 11 खाद्य कारोबारियों को हाईजिन रेटिंग मिल चुकी है।