उत्तराखंड में मानव वन्यजीव संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन उत्तराखंड के जिलों से जंगली जानवरों के हमले की दिल दहला देने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं। Leopard Terror In Uttarakhand अब तो दिन-दहाड़े लोगों के ऊपर जंगली जानवर हमला कर रहे हैं और उनको या तो मौत के घाट उतार दे रहे हैं या फिर गंभीर रूप से घायल कर दे रहे हैं। एक ही दिन में तेंदुओं के दो हमलों के मामले सामने आए हैं। जिनमें एक बच्ची और एक किशोर की मौत हो गई। पहला मामला उधमसिंह नगर के नानकमत्ता का है, यहां 13 वर्षीय मासूम को घर के आंगन से तेंदुआ उठाकर ले गया। जबकि बागेश्वर के कांडा में तीन वर्षीय मासूम को तेंदुआ ने मार डाला। बागेश्वर के कांडा तहसील में औलानी गांव की योगिता शाम को अपनी दादी और छोटे भाई के साथ खेल रही थी।
इस बीच तेंदुए ने हमला कर योगिता को उठा लिया। परिजनों ने शोर मचाया तो तेंदुआ बच्ची को कुछ दूरी पर छोड़कर जंगल की तरफ भाग गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई। जिसके बाद गांव में कोहराम मच गया। गंभीर रूप से घायल बच्चे को अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। परिवार में मां के अलावा दो और भाई हैंं। जिनका रो रो कर बुरा हाल है। गोपी राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में कक्षा छह का छात्र था। उसके दोनों छोटे भाई भी इसी विद्यालय में पढ़ते हैं। बृहस्पतिवार को वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में अवकाश के चलते तीनों भाई घर पर ही थे। दोनों घटनाओं के बाद दोनों जगहों पर ग्रामीणों में भारी रोष है।