देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पेपर लीक कांड से राज्य में भर्ती परीक्षाओं पर लगातार मंडराते नकल माफिया के साए का पर्दाफाश हो गया है। जिस तरह से स्नातक स्तरीय परीक्षा में नकल माफिया का खेल उजागर हुआ है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस करप्शन के कचरे की सफाई का बीड़ा उठाया है उसके बाद बेरोजगार युवाओं की उम्मीदें भी उनसे काफी बढ़ी हुई हैं। खासकर UKSSSC की परीक्षाओं पर मंडराते नकल और रिश्वतखोर दलाल तंत्र को बेनकाब करने में अहम रोल अदा करने वाले उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने मुख्यमंत्री से बड़ी उम्मीदें लगा रखी हैं।
इसी मकसद से बेरोजगार संघ ने अपनी कुछ अहम मांगों को लेकर आवाज बुलंद की है।
- दोषी अभ्यर्थियों को ब्लैकलिस्ट कर स्नातक स्तरीय परीक्षा को रद्द किया जाए। तथा जल्द पुनर्परीक्षा आयोजित करवाई जाएं। साथ ही एसटीएफ के पास जांच के लिए सौंपी गई वन दरोगा परीक्षा, l ज्यूडिशियल कनिष्ठ सहायक परीक्षा, सचिवालय रक्षक परीक्षा, एवं वन आरक्षी परीक्षा की जांच के लिए पृथक-पृथक एसटीएफ टीम गठित कर जांच में तेजी लाई जाएं।
- आयोग को भंग कर वहां अध्यक्ष व सचिव पद पर ईमानदार एवं अनुभवी वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को नियुक्त की जाएं तदोपरांत आगामी परीक्षाओं का कैलेंडर जारी कर तैयारी कर रहे छात्रों के साथ न्याय किया जाएं।
- नॉर्मलआईजेशन पद्धति को समाप्त कर आगामी परीक्षाओं को एक पाली के माध्यम से सम्पन्न करवाना सुनिश्चित करें।
- अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के साथ-साथ लोक सेवा आयोग की भर्तियों में हुई अनियमितताओं ( जूनियर इंजीनियर व असिस्टेंट इंजीनियर) एवं आयुर्वेदिक चिकित्सा भर्ती में हुई धांधली की जांच हो।
- आयोग के अधिकारियों और कर्मचारियों को जांच के दायरे में लिया जाए। साथ हीइन सभी के संपत्तियों की जांच हो।
- आयोग के हटाए गए अध्यक्ष, सचिव एवं जांच दायरे में आए सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का लाइव डिटेक्शन टेस्ट करवाया जाएं।
उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने दावा किया है कि उनकी पैनी नजर एसटीएफ की कार्यप्रणाली व जांच पर बनी हुई है। संगठन के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने बताया कि संगठन ने बेहद महत्वपूर्ण दस्तावेज एवं साक्ष्य एसटीएफ की टीम को उपलब्ध करवाएं है व एसटीएफ की अब तक की कार्यप्रणाली संतोषजनक सिद्ध हुई है। उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने यह स्पष्ट किया है कि एसटीएफ की कार्यवाही में बड़ी मछलियां भी गिरफ्त में आनी चाहिए, और नकल माफियाओं को जड़ से उखाड़ फेंकना चाहिए। बॉबी पंवार ने कहा कि जरुरत पड़े तो सरकार को नकल माफिया के सरगनाओं को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की धाराओं के तहत निरुद्ध करने पर विचार करना चाहिए।