President Election 2022: राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मु और यशवंत सिंह सिन्हा में कौन इस पद को जीतेगा, इसका फैसला आज हो जाएगा। आज सुबह 11 बजे राष्ट्रपति पद के लिए किसी एक नाम पर निर्वाचन आयोग की मुहर लगेगी। चुनाव के लिए 99% से ज्यादा मतदान किया गया है। NDA की तरफ से द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं। वहीं, UPA की तरफ से यशवंत सिन्हा मैदान में थे। मतदान के दौरान क्रॉस वोटिंग को लेकर भी खबरें आई थीं।
राष्ट्रपति का चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा के सदस्य और सभी राज्यों के विधायक वोट डालते हैं। इन सभी के वोट की अहमियत यानी वैल्यू अलग-अलग होती है। यहां तक कि अलग-अलग राज्य के विधायक के वोट की वैल्यू भी अलग होती है। एक सांसद के वोट की वैल्यू 700 होती है। वहीं, विधायकों के वोट की वैल्यू उस राज्य की आबादी और सीटों की संख्या पर निर्भर होती है। सांसदों और विधायकों के वोटों की वैल्यू के कुल योग को इलेक्टोरल कॉलेज कहते हैं। दोनों उम्मीदवारों में इस इलेक्टोरल कॉलेज के 51 फीसदी वोट हासिल करने वाला विजेता होगा। राष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा और राज्यों के विधानसभा के सदस्यों ने वोट डाले। 245 सदस्यों वाली राज्यसभा में से 233 सांसदों को वोट डालने की इजाजत थी (मनोनीत सांसद वोट नहीं डाल सकते)। इसके साथ ही लोकसभा के 543 सदस्यों को वोटिंग की अनुमति मिली थी।
इसके अलावा सभी राज्यों के कुल 4 हजार से ज्यादा विधायकों को वोट डालने का अधिकार था। इस तरह से राष्ट्रपति चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 4 हजार 796 रही। हालांकि, इनके वोटों की वैल्यू अलग-अलग थी। देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के एक विधायक के वोट की वैल्यू सबसे ज्यादा 208 थी। वहीं, इसके बाद झारखंड और तमिलनाडु के एक विधायक के वोट की वैल्यू 176 तो महाराष्ट्र के एक विधायक के वोट की वैल्यू 175 थी। सबसे कम वैल्यू सिक्किम के विधायकों की थी।
राज्यसभा और लोकसभा सदस्यों के एक वोट की कीमत 700 थी। दोनों सदनों में सदस्यों की संख्या 776 है। इस लिहाज से सांसदों के सभी वोटों की वैल्यू 5,43,200 होती है। अब अगर विधानसभा सदस्यों और सांसदों के वोटों की कुल वैल्यू देखें तो यह 10 लाख 86 हजार 431 हो जाती है। मतलब राष्ट्रपति चुनाव में अधिकतम इतनी वैल्यू के वोट पड़ सकते थे। राष्ट्रपति चुनाव में किसी भी उम्मीदवार की जीत के लिए बहुमत का आंकड़ा 5,43,216 है। NDA के पास कुल 5,33,751 वोट होने का दावा किया जा रहा है। वहीं, विपक्ष के खाते में 3,60,362 वोट हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि मुर्मू यह चुनाव जीत सकती हैं। ओडिशा की BJD, पंजाब से अकाली दल, मायावती की BSP के अलावा TDP और YSRCP का भी समर्थन उन्हें मिल चुका है। शिवसेना के भी कई विधायक उनके पक्ष में हैं। NCP के विधायक ने भी अपने मत द्रौपदी के पक्ष में किया है। अभी देखना ये है कि राष्ट्रपति की कुर्सी कौन संभालता है?