तो क्या उत्तराखंड में नहीं होगा मंत्रमंडल विस्तार? भ्रामक खबरें फैलाने को लेकर BJP, प्रदेश अध्यक्ष पर होगा मुकदमा? दोस्तो विधानसभा चुनाव 2027 में अब दो वर्ष से भी कम का समय बचा है। Cabinet expansion in Uttarakhand ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लगातार चर्चाएँ हो रही हैं। लेकिन चर्चा से ज़्यादा सवाल खड़े हो रहे हैं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट की कार्यप्रणाली पर। वर्ष 2022 में प्रदेश अध्यक्ष बने महेंद्र भट्ट फिलहाल अपना दूसरा कार्यकाल संभाल रहे हैं। दुबारा अध्यक्ष बनने के बाद दो महीने बीत चुके हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या आलाकमान को वह मंत्रिमंडल विस्तार पर राज़ी नहीं कर पाए, या फिर पूर्व मुख्यमंत्रियों के दबाव में अब तक विस्तार अटका हुआ है? जहाँ एक ओर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट साफ कर चुके हैं कि 2027 का चुनाव मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में ही लड़ा जाएगा, वहीं दूसरी ओर सवाल यह है कि धामी सरकार के दूसरे कार्यकाल के तीन साल पूरे होने के बाद भी मंत्रिमंडल का विस्तार कब होगा। चुनाव नज़दीक हैं, और अगर अभी विस्तार होता भी है तो नए मंत्रियों के पास विभागीय कामकाज संभालने के लिए बहुत कम समय होगा, फिलहाल श्राद्धपक्ष चल रहा है, ऐसे में माना जा रहा है कि नवरात्र या दीपावली तक मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है।
इसी बीच पार्टी विधायकों और सांसदों ने खनन समेत कई मुद्दों पर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं, जिससे संगठन असहज दिख रहा है। कांग्रेस भी इस मुद्दे को भुना रही है। कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी का कहना है कि महेंद्र भट्ट लगातार विस्तार की तारीखें बदलते रहे हैं, जिससे भ्रम फैल रहा है। ऐसे में महेंद्र भट्ट पर मुकदमा किया जाना चाहिए। तो वहीं भाजपा का कहना है कि कांग्रेस के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है। अभी राज्य आपदा से जूझ रहा है और ऐसे समय में राजनीति नहीं बल्कि राहत कार्य प्राथमिकता होनी चाहिए। और जल्द ही सही वक्त आने पर मंत्रिमंडल विस्तार कर दिया जाएगा। भाजपाप्रदेश में लंबे समय से रिक्त पाँच मंत्री पदों को भरे जाने को लेकर जल्द फैसला हो सकता है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री धामी ने केंद्रीय नेतृत्व से बातचीत पूरी कर ली है और अब जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार की औपचारिक घोषणा हो सकती है। लेकिन महेंद्र भट्ट कब तक धामी मंत्रिमंडल में रिक्त हुए पदों को पूरा करेंगे यह अब भी बड़ा सवाल है।