ऋषिकेश: विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा के लिए पहले दिन रिकॉर्ड यात्री अपना पंजीकरण करवा कर यात्रा के लिए रवाना हुए। इस वर्ष चारधाम यात्रा के लिए पहले दिन 50 बसों में 2000 से अधिक यात्री रवाना हुए हैं। यात्रा को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। यात्रा के प्रवेश द्वार तीर्थनगरी ऋषिकेश से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चार धाम यात्रा के लिए यात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित है। सरकार तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध है। चारधाम यात्रा उत्तराखंड की महत्वपूर्ण यात्रा है। चारधाम यात्रा में देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु धामों के दर्शन के लिए पहुंचे हैं। इस वर्ष 22 अप्रैल को अक्षय तृतीय पर्व पर गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुल रहे हैं। जबकि तीन दिन बाद 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम व 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुल जाएंगे।
यात्रा के शुभारंभ के मौके पर हंस फाउंडेशन के द्वारा चालक और परिचालकों के लिए जैकेट, कंबल और कोरोना सेफ्टी किट वितरित किए गए हैं। इसके साथ ही यात्रियों को यात्रा मार्गों पर पैदल चलते हुए चढ़ाई पर दिक्कत ना हो, इसके लिए छड़ी बांटी गई। मेयर अनीता ममगाईं ने कहा कि चारधाम यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं के लिए निगम के द्वारा रैन बसेरे, वॉटर कूलर और साफ सफाई की बेहतर सुविधा दी जा रही है। निगम के सभी कर्मचारियों को सुविधाएं देने के लिए खास हिदायत दी गई है। यहां आने वाले यात्रियों को किसी भी प्रकार की बाधा नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के लिए चारधाम यात्रा का बड़ा महत्व है। यह प्रदेश के लोगों की आजीविका से जुड़ी यात्रा है। उन्होंने पिछले वर्षों की तरह इस बार की यात्रा भी सकुशल संपन्न होने की कामना की है। उन्होंने रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति में शामिल नौ निजी परिवहन कंपनियों के प्रयासों की सराहना की। सीएम ने बदरी-केदार के जयकारों के साथ यात्रियों को चारधाम के लिए रवाना किया। इस मौके पर वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, वन मंत्री सुबोध उनियाल, परिवहन मंत्री चंदन रामदास, मेयर अनीता ममगाईं सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।