75 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर आज नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर भारत सरकार की ओर से ‘अनंत सूत्र’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। Uttarakhand Migrant Women Displayed Folk Culture जिसमें उत्तराखंड प्रवासी महिला दल ने गढ़वाल, कुमाऊं और जौनसार की पारंपरिक वेशभूषा में प्रतिभाग किया। साथ ही कार्यक्रम में अपनी लोक संस्कृति का प्रदर्शन किया। इस प्रवासी महिला दल में जया राणा, यशोदा घिल्डियाल, संतोष बडोनी, सुरेशी दानू और संयोगिता ध्यानी शामिल रहीं। वहीं, दल की समस्त महिलाओं ने परेड में आमंत्रित करने के लिए सरकार का आभार जताया। उत्तराखंड में धूमधाम से गणतंत्र दिवस मनाया गया। सूचना विभाग के महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर सूचना विभाग द्वारा विकसित उत्तराखण्ड की झांकी का निर्माण किया गया है। झांकी के अग्र भाग में उत्तराखंडी महिला को पारम्परिक वेशभूषा में स्वागत करते हुए दिखाया गया है तथा पारंपरिक अनाज मंडुवा, झंगोरा, रामदाना तथा कौंणी की खेती व राज्य पक्षी मोनाल को दिखाया गया है।
झांकी के मध्य भाग में होम स्टे को दिखाया गया है। पहाड़ों में होमस्टे योजना से हजारों ग्रामीणों को रोजगार मिल रहा है। भारत सरकार द्वारा वर्ष 2023 में उत्तराखण्ड के सरमोली गांव को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव घोषित किया गया है। साथ ही लखपति दीदी योजना से उत्तराखण्ड में महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। स्वयं सहायता समूह में कार्य करते हुए स्थानीय महिलाओं व सुदूर पहाडों में सौर ऊर्जा तथा मोबाईल टावर को दिखाया गया है। झांकी के आखरी भाग में ऑल वेदर रोड़, ऋषिकेश.कर्णप्रयाग रेल परियोजनाए रोप.वे तथा भारत के प्रथम गांव माणा के लिए रोड़ कनेक्टिवी को दर्शाया गया है। इन योजनाओं से उत्तराखण्ड में यात्रियों के लिए आवागमन की सुविधा में आमूल.चूल परिवर्तन हुआ है। झांकी का डिजाईन, कान्सेप्ट व निर्माण विभाग के संयुक्त निदेशक, नोडल अधिकारी केएस चौहान के निर्देशन में किया गया है। झांकी के साथ उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति पर आधारित पारम्परिक वेशभूषा में नृत्य करते हुए कलाकार थे। कर्तव्य पथ, नई दिल्ली पर गणतंत्र दिवस समारोह में उत्तराखण्ड प्रवासियों के दल ने पारम्परिक वेशभूषा में किया प्रतिभाग।